कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Shardiya Navratri 2020: शारदीय नवरात्रि में कुछ पंचाग 23 अक्टूबर 2020 को लगभग 7 बजे सुबह तक सप्तमी मान रहे है लेकिन ठाकुर प्रसाद पंचाग के अनुसार सप्तमी 12 बजकर 9 मिनट तक रहेगी। उदयातिथि के अनुसार शुक्रवार को सप्तमी मानी जायेगी। 12 बजकर 9 मिनट पर अष्टमी प्रारम्भ होगी और वह 24 अक्टूबर दिन शनिवार को 11 बजकर 27 मिनट तक रहेगी। उदयातिथि के अनुसार शनिवार को ही अष्टमी तिथि निर्धारित हो रही है। वहीं इसी दिन 11 बजकर 27 मिनट से नवमी शुरु हो रही है और वह 25 अक्टूबर दिन रविवार को समाप्त होगी। ऐसे में जो लोग व्रत रखना चाहे उनके लिये 24 अक्टूबर दिन शनिवार को अष्टमी का व्रत रखना सबसे उपर्युक्त रहेगा। वहीं 24 अक्टूबर को 12 बजेे से पहले नवमी लग रही है इसलिए चाहे तो अष्टमी नवमी दोनों का व्रत 24 अक्टूबर को लोग कर सकते है।
अष्टमी तिथि पूर्ण होने के बाद नवमी तिथि में कन्या खिला सकते
वहीं नवरात्रि में में कन्‍या पूजन करना काफी शुभ माना जाता है। कन्या पूजन के लिए अष्टमी और नवमी तिथि खास मानी जाती है। ऐसे में जो लोग अष्टमी में कन्या खिलाना चाहते है अष्टमी तिथि पूर्ण होने के बाद नवमी तिथि में कन्या खिला सकते है क्योंकि नवमी तिथि शनिवार को 11 बजकर 30 मिनट तक लग जायेगी।
25 अक्टूबर को इस समय कर सकते हैं हवन और व्रत पारण
वहीं अष्टमी में पारण या विदा नहीं किया जा सकता है। वो लोग जो नवरात्रि में पूरे नौ दिन व्रत रहते हैं, वे रविवार 25 अक्टूबर को 11 बजकर 27 मिनट से पहले हवन, कन्या पूजा एवं देवी से सम्बन्धित संपूर्ण कार्य पूर्ण कर कर सकते हैं। इसके अलावा व्रत तोड़ सकते है। यही देवी के प्रति सही समय में सच्ची आराधना होगी।

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