डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Shardiya Navratri 2022 Day 6 Maa Katyayani Puja Vidhi, Mantra, Aarti, Bhog: नवरात्रि के नाै दिन भक्तजनों को प्रत्येक दिन की देवियों का आशीर्वाद उनके स्वरुपों के अनुसार मिलता रहता है। नाै देवियों में से कुछ देवियां शांत स्वभाव की है, कुछ उग्र स्वभाव की है, कुछ मिली-जुली स्वभाव की है, जो व्यक्ति जिस स्वभाव का है उसी के अनुसार नौ दुर्गा की पूजा करके उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है। इस क्रम में पहले दिन माता शैलपुत्रि, दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी माता, तीसरे दिन चंद्रघंटा माता, चौथे दिन कूष्माण्डा माता, पांचवे दिन स्कंदमाता व छठवें दिन कात्यायनी माता की पूजा होती है। कात्यायनी माता की पूजा व साधना से साधकों के प्रत्येक कार्य पूर्ण होते है और इनकी विशेष कृपा भक्तों पर बनी रहती है। छठे नवरात्रि में शहद का भोग लगाने से आकर्षण शक्ति बढ़ती है।

कात्यायनीः-

चन्द्रहसोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहना।

कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी

कात्यायनी मां का महात्म: यह माँ वैद्यनाथ नामक स्थान पर माँ प्रगट हुई इनकी पूजा से जातक की आन्तिरिक इच्छायें पूरी हो जाती है। यदि कोई व्यक्ति किसी भी तरह के प्रेम से वंचित है चाहे माता-पिता,पत्नी, प्रेमिका किसी भी तरह के प्रेम की कमी को दूर करने वाली माँ है। कभी-कभी अत्यधिक लगाव एवं प्रेम के कारण जातक मायूस होने लगता है। तब यह माँ सहायक रुप में साथ खड़ी हो जाता है। कभी-कभी प्रेम में विफल व्यक्ति जब पूरी तरह टूट जाता है और निराश होकर जब वह कात्यायनी माँ की पूजा करता है तो उसका खोया प्यार मिल जाता है। यदि भक्तगण सच्चे मन से इनकी आराधना करें तो इनकी कृपा निरन्तर बनी रहेगी। यह माँ किसी भी वंचित की संपूर्ण इच्छायें पूरा करने में मदद करने वाली माँ है। यह माँ असंभव को भी संभव बनाने वाली माँ है बिगड़ी बातों को या असंभव कार्य को संभव बनाने वाली माँ है। इनकी पूजा से भक्तगण दर्लभ इच्छा पूरा करने में सफल होता है।

माता कात्यायनी की आरती:

जय जय अम्बे जय कात्यानी

जय जगमाता जग की महारानी

बैजनाथ स्थान तुम्हारा

वहा वरदाती नाम पुकारा

कई नाम है कई धाम है

यह स्थान भी तो सुखधाम है

हर मंदिर में ज्योत तुम्हारी

कही योगेश्वरी महिमा न्यारी

हर जगह उत्सव होते रहते

हर मंदिर में भगत है कहते

कत्यानी रक्षक काया की

ग्रंथि काटे मोह माया की

झूठे मोह से छुडाने वाली

अपना नाम जपाने वाली

ब्रेह्स्पतिवार को पूजा करिए

ध्यान कात्यानी का धरिये

हर संकट को दूर करेगी

भंडारे भरपूर करेगी

जो भी माँ को 'चमन' पुकारे

कात्यानी सब कष्ट निवारे