डॉ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिर्विद्)। Shardiya Navratri 2023: नवरात्रि का त्योहार काफी धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर दिन रविवार से होने जा रही है। शारदीय नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती हैं। मान्‍यता है कि देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसलिए प्रत्येक दिन हर देवी की पूजा विधि विधान से करनी चाहिए। नवरात्रि में रविवार से शुरु होकर सोमवार तक मां देवी की विभिन्न रुपों की पूजा होगी। सूर्य के दिन से अर्थात् रविवार से पूजा प्रारम्भ होगी और चन्द्रमा के दिन अर्थात् सोमवार को के दिन पूजा समाप्त होगी। देवों के देव महादेव भी अप्रत्यक्ष रुप अपने भक्त जनों पर कृपा बनाये रखेगे।

शैलपुत्री

पहले दिन 15 अक्टूबर रविवार को अश्विनि माह की प्रतिपदा को शैलपुत्री की पूजा होगी।

ब्रह्मचारिणी

दूसरे दिन 16 अक्टूबर सोमवार को अश्विनि मास की द्वितिया तिथि को मां ब्रह्मचारिणी पूजा की जायेगी।

चन्द्रघंटा

तीसरे दिन 17 अक्टूबर मंगलवार को अश्विनि मास की तृतीया को चन्द्रघंटा मां की पूजा की जायेगी।

कुष्मांडा

चैाथे दिन 18 अक्टूबर बुधवार को अश्विनि मास की चतुर्थी तिथि को कुष्मांडा मां की पूजा की जायेगी।

स्कन्दमाता

पांचवें दिन 19 अक्टूबर गुरुवार को अश्विनि मास की पंचमी तिथि को स्कन्दमाता की पूजा की जायेगी।

कात्यायनी

छठवें दिन 20 अक्टूबर शुक्रवार को अश्विनि मास की षष्ठी तिथि को कात्यायनी मां की पूजा होगी।

कालरात्री

सातवें दिन 21 अक्टूबर शनिवार को अश्विनि मास की सप्तमी तिथि को कालरात्री मां की पूजा होगी।

महागौरी

आठवें दिन 22 अक्टूबर रविवार को अश्विनि मास की अष्टमी तिथि को महागौरी की पूजा की जायेगी।

सिद्धिदात्री

नैावें दिन 23 अक्टूबर सोमवार को अश्विनि मास की नवमी तिथि को सिद्धिदात्री की पूजा की जायेगी।