>RANCHI: रांची यूनिवर्सिटी में सेशन लेट होने का आलम यह है कि कई स्टूडेंट्स की नौकरी हाथ से निकल जा रही है। वहीं, स्टूडेंट्स की इस परेशानी से यूनिवर्सिटी का कुछ लेना-देना नहीं है, वो अपने हिसाब से ही सेशन चला रही है। इतना ही नहीं, चार महीने लेट नवंबर में एमसीए स्टूडेंट्स का रिजल्ट तो निकला, लेकिन अब तक मा‌र्क्स शीट ही नहीं मिला है और स्टूडेंट्स कभी एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट तो कभी अपने डिपार्टमेंट का चक्कर लगा रहे हैं।

आरयू में सेशन की लेट लतीफी, चली गई नौकरियां

रांची यूनिवर्सिटी एमसीए के ख्0क्क्-क्ब् बैच के स्टूडेंट्स का रिजल्ट चार महीने लेट नवंबर में निकला। जबकि यह जुलाई से अगस्त तक आ जाना चाहिए था। अब चार महीने सेशन की गाड़ी लेट हो चुकी है, इस कारण एमसीए के कुछ ऐसे भी स्टूडेंट्स हैं, जिनकी जॉब चली गई। कंपनी ने कहा कि आपका रिजल्ट ही नहीं आया है, तो फिर जॉब करने की क्या जरूरत है। टाइम से रिजल्ट नहीं आया और कंपनी ने जॉब से बाहर निकाल दिया। एक स्टूडेंट विभूति का कहना है कि प्री-कैंपस सेलेक्शन में हमारे बैच के ब्8 में से ख्0 स्टूडेंट्स का सेलेक्शन किया गया था। लेकिन रिजल्ट की देरी के कारण सभी की जॉब चली गई।

मा‌र्क्स शीट के लिए भटक रहे स्टूडेंट्स

सेशन की देरी को तो चार महीने हो गए। नवंबर में रिजल्ट आउट हुआ। लेकिन अब ख्0क्क्-क्ब् बैच के स्टूडेंट क्रास लिस्ट और मा‌र्क्सशीट के लिए भटक रहे हैं। कभी एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट तो कभी अपने डिपार्टमेंट भटक रहे हैं। स्टूडेंट को एमटेक में एडमिशन लेना है, लेकिन न तो उनके हाथ में क्रास लिस्ट है और न ही मा‌र्क्सशीट है। इस कारण ये स्टूडेंट्स किसी संस्थान में अप्लाई भी नहीं कर पा रहे हैं। इनका कहना है कि रिजल्ट आउट होकर भी हमें कोई फायदा नहीं मिला। अब ऐसे में हम क्या करें।

वर्जन

स्टूडेंट्स का रिजल्ट तो जारी कर दिया गया है। अब मा‌र्क्स शीट और क्रास लिस्ट तो संबंधित डिपार्टमेंट में दिया जाएगा। हो सकता है यूनिवर्सिटी से मा‌र्क्स भेजने में देरी हो रही हो।

-डॉ। एम रजीउद्दीन, प्रोवीसी, आरयू