-मेरठ में शिक्षामित्र ने खून से लिखा स्मृति ईरानी को लेटर

-पुलिस मूकदर्शक तो अधिकारी ने रिसीव किया लेटर

Meerut : सूबे के संवेदनशील मुद्दे पर सरकार इस कदर संवेदनहीन है इसका नजारा गुरुवार को मेरठ में देखने को मिला। हाईकोर्ट के आदेश के विरोध में कमिश्नरी पार्क पर धरना दे रहे शिक्षामित्रों ने गुरुवार को जो किया वो बेहद खतरनाक था।

चर्चा का बना विषय

सैकड़ों की भीड़ के बीच एक शिक्षामित्र ने सीरिंज से अपने हाथ की नस से खून निकाला और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के लिए पत्र लिखा। शिक्षामित्र ने यह सबकुछ न सिर्फ पुलिस की मौजूदगी में किया बल्कि उसके साथ धरने पर बैठे अन्य शिक्षामित्रों ने इस काम में उसका सहयोग किया। सीरिंज से निकले खून को एक शिक्षामित्र ने हथेली पर रखा और कागज पर अपनी केंद्रीय मंत्री को संबोधित अपनी मांग को खून से दर्ज किया।

तार-तार हुई संवेदना

पूर्व घोषित कार्यक्रम में तहत कमिश्नरी पार्क पर जुटे शिक्षामित्र जिसमें बड़ी तादात में महिलाएं जुटी थीं। घोषणा के बाद भी एक भी पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी शिक्षामित्र को रोकने के लिए नहीं पहुंचा। हद तो तब हो गई जब एसडीएम रामगोपाल ने खून से सना मांगपत्र प्रदर्शनकारी शिक्षामित्रों से न सिर्फ ले लिया बल्कि ये भी कहा दिया कि वे इसे केंद्रीय मंत्री तक पहुंचवा देंगे। आई नेक्स्ट ने जब एसडीएम से इस बाबत पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि लेटर लिखने में क्या प्रयोग किया गया था? वहीं एसपी सिटी ओपी सिंह ने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए सीओ सिविल लाइन्स स्वर्णजीत कौर से बयान लेने को कहा, स्वर्णजीत कौर का फोन नहीं उठा।