मुंबई (पीटीआई)। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर गतिरोध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच बुधवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। उन्होंने इसे शिष्टाचार भेंट बताया। वहीं सूत्रों के मुताबिक एनसीपी चाहती है कि सरकार गठन को लेकर किसी बातचीत से पहले केंद्र में शिवसेना कोटे से मंत्री अरविंद सावंत को इस्तीफा देना होगा। तभी बात आगे बढ़ेगी।

बीजेपी और शिवसेना के बीच बना हुआ है गतिरोध

एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुंबई में बुधवार को मुलाकात के बाद शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि 'यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी।' वहीं शिवसेना व एनसीपी के मिलकर कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने की अटकलें जारी हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से मुख्यमंत्री व मंत्रिपद को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच गतिरोध बना हुआ है। राज्य विधानसभा चुनाव के परिणाम 24 अक्टूबर को घोषित हुए थे, जिसमें बीजेपी ने 105, शिवसेना-56, राकांपा-54 और कांग्रेस-44 सीटें जीतीं। राउत, जो राज्यसभा सदस्य हैं पहले कह चुके हैं कि पार्टी अपनी सहयोगी से ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद के रोटेशन सहित सत्ता के बंटवारे पर लिखित आश्वासन चाहती है। उन्होंने यह भी दावा किया था कि दोनों के बीच महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का पद साझा करने की सहमति बनी थी।

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एनसीपी चाहती है शिवसेना पूरी तरह से छोड़ दे भाजपा का साथ

एनसीपी ने मंगलवार को कहा था कि अगर शिवसेना बीजेपी से अपने संबंध तोड़ने की घोषणा करती है तो नए राजनीतिक विकल्प पर विचार किया जा सकता है। वहीं पार्टी सूत्रों के मुताबिक उनकी पार्टी चाहती है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी के साथ किसी भी तरह की बातचीत पर आगे बढ़ने से पहले केंद्र में शिवसेना कोटे से मंत्री अरविंद सावंत को इस्तीफा देना होगा। वह केंद्र सरकार में पार्टी के अकेले मंत्री हैं।

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