PATNA : कंकड़बाग के शिवाजी पार्क में इन दिनों कुछ ज्यादा ही रंगीनी छाई है। पटना के सबसे ज्यादा लोकप्रिय इको पार्क के बाद इसी पार्क में सबसे ज्यादा लोग घूमने आते हैं। वर्किग डे में जहां हर रोज करीब ब्00 लोग इस पार्क में आते हैं वहीं संडे और छुट्टियों के दिन ये संख्या एक हजार से ऊपर पहुंच जाती है। इसकी एक बड़ी वजह शिवाजी पार्क की देखरेख में हुआ बदलाव है। आजकल इस पार्क की छटा देखते ही बन रही है। गुलदाउदी और डहलिया के फूलों से लदे पौधे लोगों को लुभा रहे हैं। साथ ही पार्क की साफ-सफाई भी लोगों को अट्रैक्ट कर रही है। अशोक नगर के अमिताभ हर दिन सुबह यहां आते हैं और छुट्टियों के दिन अपने बच्चों को भी साथ लाते हैं। शिवाजी पार्क के चिल्ड्रेन सेक्शन में भी बच्चों की खासी भीड़ रहती है।

कचरा डंपिंग यार्ड से हो रही परेशानी

पार्क की साफ-सफाई और व्यवस्था से खुश पीसी कॉलोनी के विजय कहते हैं कि ये पार्क इस इलाके के लोगों के लिए बेहद खास बन चुका है। लेकिन कई लोग आज भी पार्क से सटे कचरा डंपिंग यार्ड के कारण यहां आने से हिचकते हैं। इसकी बदबू से पार्क आने वाले लोगों को खासी परेशानी होती है। इसके लिए नगर निगम को भी शिकायत की गई। नगर निगम का कहना है कि कचरा डंपिंग के लिए किसी अन्य जगह की तलाश हो रही है।

कुछ दिनों में दिखेंगे कई बदलाव

शिवाजी पार्क को मैनेज कर रहे वन एवं पर्यावरण विभाग ने बदबू और गंदगी से बचने के लिए पार्क के उत्तरी और उत्तर-पूर्वी बाउंड्री वाल को 9 फीट तक ऊंचा करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा नया टिकट काउंटर, कैफेटेरिया, ओपन जिम और सोलर लाइट भी इस पार्क में लगेंगे। पार्क के सीमेंटेड पूल में फाउंटेन लगना भी शुरू हो गया है। इसके साथ ही पार्क के दक्षिणी और पूर्वी भाग में पार्किग की व्यवस्था की जाएगी।

शिवाजी पार्क में फाउंटेन लगने का काम शुरू हो गया है। यहां आने वाले इस पार्क की खूबसूरती की तारीफ करते हैं, लेकिन कचरा डंपिंग यार्ड को लेकर नाराजगी जताते हैं। बाउंड्री ऊंची होने पर समस्या का कुछ हद तक समाधान हो जाएगा।

- नमोजी, सुपरवाइजर, शिवाजी पार्क

जब से वन विभाग इस पार्क को मेंटेन कर रहा है, शिवाजी पार्क की रौनक बढ़ गई है। मैं रोज सुबह इसमें मॉर्निग वाक के लिए जाता हूं। सिर्फ बड़े नहीं छोटे-छोटे खूबसूरत फूल भी इस पार्क में लगाए गए हैं। इसके अलावा सफाई भी लगातार होती रहती है-

- विजय, स्थानीय दुकानदार, पीसी कॉलोनी