लखनऊ (आईएएनएस)। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (PSPL) के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने अपने अलग हुए भतीजे और समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव को गठबंधन या विलय पर निर्णय लेने के लिए एक सप्ताह का समय दिया। हम सपा में विलय को तैयार हैं। यदि एक सप्ताह के भीतर ऐसा नहीं होता है तो हम लखनऊ में एक सम्मेलन करेंगे और अपने लोगों से सलाह मशविरा करने के बाद निर्णय लेंगे। शिवपाल यादव ने सोमवार रात लखनऊ में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से भी मुलाकात की और कहा जाता है कि उन्होंने उनसे इस मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता सपा के साथ गठबंधन करना है। नेताजी (मुलायम) के जन्मदिन पर, पूरे राज्य के लोग गठबंधन की उम्मीद कर रहे थे।

हमने हमेशा बलिदान दिया

'नेताजी' ने न केवल हमें पढ़ाया ही नहीं बल्कि कुश्ती के दांव और राजनीति के गुर भी सिखाए हैं। एकता में ताकत है। अगर परिवार में बंटवारा है तो कई कमियां हैं। हम अपने समर्थकों के लिए 100 सीटें चाहते हैं, लेकिन अब हम पीछे हट गए हैं। हम झुक गए। यह कहते हुए आज दो साल हो गए, लेकिन अभी तक कुछ भी तय नहीं हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि ''गठबंधन के साथ-साथ सपा को उन्हें टिकट देना चाहिए जो जीत की स्थिति में हैं। हम विलय के लिए तैयार हैं। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया प्रमुख ने कहा कि समय समाप्त हो रहा है और जल्द ही निर्णय लिया जाना चाहिए। इसके साथ ही कहा कि हमने हमेशा बलिदान दिया है।

2003 में मुख्यमंत्री बन सकता था

शिवपाल ने कहा कि 'मैं चाहता तो साल 2003 में मुख्यमंत्री बन सकता था, लेकिन मायावती के भाजपा गठबंधन से बाहर होने के बाद मैंने दिल्ली से नेताजी को बुलाकर उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया था। उस वक्त बीजेपी के 25 विधायक भी हमारे साथ थे। अजीत सिंह, कल्याण सिंह भी हमारे साथ थे। शिवपाल ने कहा कि लोग पीएसपीएल को छोटी पार्टी कहते थे, लेकिन मथुरा से 'सामाजिक परिवर्तन यात्रा' शुरू होने के बाद लोगों को पता चला है कि हम एक ताकत हैं।

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