लाहौर (आईएएनएस)। शोएब अख्तर ने सौरव गांगुली की तारीफ करते हुए कहा कि पूर्व भारतीय बल्लेबाज बहुत बहादुर थे और एकमात्र सलामी बल्लेबाज थे जो नई गेंद से 'रावलपिंडी एक्सप्रेस' का सामना कर सकते थे। अख्तर की मानें तो, लोग गांगुली के बारे में काफी अफवाह फैलाते हैं कि पूर्व भारतीय कप्तान मेरा सामना करने से डरते थे। मगर यह सब बकवास है। पूर्व पाक पेसर की मानें तो, गांगुली ही इकलौते ओपनर रहे, जिन्होंने उनकी नई गेंदों का बहादुरी से सामना किया।

गांगुली कभी पीछे नहीं हटे

अख्तर ने हेलो एप पर एक इंटरव्यू के दौरान कहा, 'गांगुली काफी दिलेर बल्लेबाज थे। मैं जब भी उन्हें नई गेंद फेंकता, वह बहादुरी से उसका सामना करते।' अक्तर ने आगे कहा कि सीमित स्ट्रोक होने के बावजूद जब भी गेंद उनके शरीर के पास आती थी, तो बाएं हाथ का बल्लेबाज कभी भी पीछे नहीं हटता था। शोएब कहते हैं, "वह (गांगुली) जानता था, उसके पास शॉट्स नहीं थे। मैं उसकी छाती को निशाना बनाकर गेंदबाजी करता था। लेकिन वह कभी पीछे नहीं हटे और फिर भी उसने रन बनाए। इसीलिए मैं उन्हें कहता हूं।'

धोनी से बेहतर कप्तान थे दादा

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज ने भी गांगुली को सबसे अच्छा भारतीय कप्तान करार दिया था, जो उनके खिलाफ खेले थे। अख्तर कहते हैं, 'अगर मैं भारत की बात करूं, तो वह सौरव गांगुली ही होंगे। भारत ने उनसे बेहतर कप्तान का निर्माण नहीं किया है। धोनी भी बहुत अच्छे हैं। वह एक शानदार कप्तान हैं लेकिन जब आप टीम निर्माण की बात करते हैं तो गांगुली ने बहुत अच्छा काम किया।' भारत के सबसे सफल कप्तानों में गिने जाने वाले गांगुली ने 113 टेस्ट और 311 एकदिवसीय मैच खेले, जिसमें उन्होंने क्रमशः 7,212 और 11,363 रन बनाए।

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