- पिपराइच के वार्ड नंबर 2 में हुआ हादसा, प्लाईवुड व पेंट की थी दुकान

- लाखों रुपए की क्षति, सूचना के 2 घंटे बाद पहुंचा अग्निशमन दस्ता

PIPRAICH: पिपराइच के वार्ड नंबर 2 स्थित मार्केट में शॉर्ट सर्किट से मंगलवार को आग लग गई। दुकान में पेंट और प्लाईवुड रखी गई थी। इससे आग ने थोड़ी ही देर में भयानक रूप ले लिया। करीब तीन घंटे तक आसपास के दुकानों और घर वालों ने दहशत में बिताया। पौने दो घंटे बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका। आग से लाखों रुपए की क्षति बताई जा रही है।

शटर उठाते ही निकलीं लपटें

मंगलवार को सुबह 5 बजे वार्ड 2 स्थित दुकान गुप्ता प्लाईबोर्ड में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। रोड पर टहल रहे लोगों ने दुकान से धुआं निकलता देखकर शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर आस पास के घरों के लोग जमा हो गए। दुकान के ठीक सामने ही दुकान मालिक का घर है। परिवार के लोग पहुंच गए। जैसे ही ताला खोलकर शटर उठाया, आग की लपटें बाहर निकलीं। इससे लोग झुलसने से बचे। आग इतनी भयावह थी कि उसे बुझाना मुश्किल लग रहा था।

पहले काटनी पड़ी बिजली

लोगों ने तत्काल आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड व 100 नंबर पर दी। पास के गांव के प्रधान ने पिपराइच विद्युत हाइड्रिल पर जाकर लाइट कटवाया। तब तक लोग डर के मारे आग पर पानी नहीं फेंक रहे थे। बिजली कटते ही लोगों ने आग बुझाना शुरू कर दिया। लोग अपने- घरों से बाल्टी में पानी व बालू लेकर दौड़े। लोगों को डर था कि आग फैली तो आसपास के दुकान और घर भी उसकी चपेट में आ जाएंगे। इस डर ने लोगों की एकता बढ़ा दी और सब मिलकर आग बुझाने के लिए कूद पड़े। लेकिन आग इतनी भयानक थी कि कोई असर नहीं हो रहा था।

दस लाख की क्षति

पौने 2 घंटे बाद 7.20 बजे फायर ब्रिगेड पहुंचा। तब तक लोग आग से जूझते रहे। इससे यह फायदा हुआ कि आग दूसरे दुकानों और घरों को चपेट में नहीं ले सकी। फायर ब्रिगेड को भी आग पर काबू पाने में काफी समय लग गया। दुकान मालिक संतोष गुप्ता ने बताया कि दुकान में रखे सभी सामान जल गए। करीब 10 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।

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दहशत भरे बीते तीन घंटे

आग की भयावहता ऐसी थी कि सभी डर गए थे। सूचना के बाद भी फायर ब्रिगेड के नहीं पहुंचने से लोगों का दम निकला जा रहा था। आग की लपटों को देखकर लोग घरों से सामान बाहर निकालना शुरू कर दिए। सभी घरों के कुछ सदस्य आग बुझाने में लगे हुए थे वहीं कुछ घर से सामान बाहर कर रहे थे। डर था कि यदि आग पर काबू नहीं पाया जा सका तो क्या होगा? लोगों ने घर से सभी ज्वलनशील पदार्थ हटाकर काफी दूर रख दिया। सिलेंडर को घर से बाहर फेंक दिया। फायर ब्रिगेड पौने 2 घंटे देर से पहुंचा। वहीं आग बुझाने में करीब डेढ़ घंटे लग गए। इस दौरान लोग सांस रोककर ईश्वर से प्रार्थना करते रहे। दहशत के वो तीन घंटे गुजर जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।