-मार्केट ओपन होते ही सिस्टम भी पूरी तरह से हुआ बेहाल

-सड़क किनारे वाहन खड़े होने से मार्केट में लगने लगा जाम

बरेली- लॉकडाउन 4 में छूट का अब लोगों ने गलत फायदा उठाना शुरू कर दिया है। धीरे-धीरे मार्केट गुलजार हो रहा है तो दूसरी ओर सिस्टम भी बेहाल होकर पुराने ढर्रे पर पहुंच रहा है। मार्केट में कोई भी सिस्टम नहीं रह गया है। चाहें दुकानदार हों या फिर ग्राहक सभी अव्यवस्था फैला रहे हैं। दुकानों के बाहर कार और बाइक रोड पर ही खड़ी कर दीं, जिससे जाम तक लग गया। बड़ी मुश्किल से आम जन बाहर निकल सके। यही नहीं दुकानदार और ग्राहक मास्क पहनने के नियमों का भी पालन नहीं कर रहे हैं। उन्हें तो सिर्फ अपने कोरोबार से मतलब है, उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि भीड़-भाड़ बढ़ने से कोरोना भयावह रूप से ले सकता है। थर्सडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम ने शहर के अलग-अलग एरिया में हालात देखे तो डरावनी तस्वीरें सामने आयीं।

दुकानों के बाहर वाहनों की कतार

बता दें कि शासन के निर्देश पर प्रशासन ने वेडनसडे से रोस्टर के मुताबिक दुकानें खोलना शुरू किया। पहले दिन तो ज्यादा भीड़ नहीं हुई लेकिन थर्सडे को अधिकांश दुकानें खुल गई और जिससे पूरे शहर में भीड़ बढ़ गई और दुकानों के बाहर वाहनों की कतारें लग गई। थर्सडे को शहर के सबसे अधिक भीड़-भाड़ वाले श्यामगंज, बांसमंडी, बरेली कॉलेज रोड, पुराना रोडवेज, बटलरप्लाजा मार्केट का जायजा लिया तो यहां व्यापारियों के साथ ही खरीदारों में अवेयरनेस की कमी साफ दिखी।

श्यामगंज में कोरोना पर भारी कारोबार

श्यामगंज मार्केट शहर का किराने का सबसे बड़ा होलसेल व रिटेल मार्केट है। यह मार्केट यूं तो लॉकडाउन के पहले चरण के दौरान से ही खुलता रहा, पर वेडनेसडे से पहले तक यहां पुलिस का सख्त पहरा रहा। तब पुलिस ने यहां सिर्फ रिटेल दुकानदारों को ही खरीदारी करने की परमिशन दी थी। अब यहां पुलिस का पहरा खत्म हुआ तो स्थिति पहले जैसी ही हो गई। यहां कोरोना के खतरे को सभी नजरंदाज कर रहे हैं। दुकानदार न तो खुद सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो कर रहे हैं और न ही मास्क की अहमियत समझ रहे हैं। इतनी भीड़ में यहां कोरोना स्प्रेड का खतरा होने के बाद भी एहतियात नहीं बरता जा रहा है। यही नहीं यहां बीच सड़क पर रिक्शों की कतारें लग गई हैं। मेन चौराहा बंद होने से वाहन इसी मार्केट से होकर निकल रहे हैं लेकिन वाहनों के रास्ता ब्लॉक होने से लोगों को निकलने में दिक्कत हो रही है।

बांसमंडी में स्थिति डरावनी

बांसमंडी शहर में हार्डवेयर का सबसे बड़ा मार्केट है। लॉकडाउन में यह मार्केट पूरी तरह बंद रहा था। अब रोस्टर के अनुसार से यह मार्केट थर्सडे को खुला तो यहां भारी भीड़ उमड़ गई। इस मार्केट के आस-पास घनी बस्ती होने से यहां उमड़ रही ऐसी भीड़ डरावनी है। इसके बाद भी यहां न तो दुकानदार कोरोना से बचने को अवेयर हैं और न ही खरीदार। प्रशासन भी यहां की स्थिति को नजरंदाज कर रहा है। दुकानदार खुद मास्क यूज करने तक से परहेज कर रहे हैं। यहां एक दुकान पर खरीदारों के लिए सैनिटाइजर की बोटल टंगी हुई जरूर दिखाई दी।

रोडवेज मार्केट पर लगा जाम

रोडवेज और नगर निगम के पीछे इलेक्ट्रानिक व इलेक्ट्रिक की मार्केट है। थर्सडे को यह मार्केट ओपन हुई तो यहां सभी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई। यहां दुकानों के बाहर रोड तक बाइक व कार खड़ी हो गई, जिससे जाम लग गया। यहां भी दुकानों पर कोरोना के खतरे से बचने के लिए अवेयरनेस नहीं दिखी। दुकानदार मास्क तो लगा रहे हैं लेकिन वह मास्क को नीचे कर लेते हैं।

बटलरप्लाजा में भी अवेयरनेस गायब

शहर का सबसे एडवांस मार्केट बटलरप्लाजा भी थर्सडे को खुला तो यहां भी कोराना से बचने के लिए अवेयरनेस का घोर अभाव दिखा। दुकानों पर यहां सोशल डिस्टेंसिंग का दुकानदारों के साथ ही खरीदारों ने भी खुलेआम मजाक उड़ाया। शहर के खुले मार्केट में जिस तरह लॉकडाउन की गाइड लाइंस की धज्जियां उड़ रही हैं उससे कोरोना स्प्रेड का खतरा कई गुना बढ़ने की आशंका बन रही है। यही नहीं मार्केट के बाहर कारों का भी जमावड़ा देखने को मिला।

पूरे शहर में एक जैसे हालात

शहर के अधिकांश एरिया में अब पहले जैसे ही हालात दिख रहे हैं। चौकी चौराहा से अयूब खां चौराहा तक इलेक्ट्रानिक व इलेक्ट्रिक मार्केट है। यहां भी काफी भीड़ देखने को मिली। यही नहीं यहां भी सड़क पर कब्जा कर वाहनों को खड़ा कर दिया गया था। इसी तरह से कार मार्केट, सहित शहर के अन्य एरिया में भी काफी भीड़ भाड़ थी और भीड़ को रोकने वाला कोई नहीं था।