विजयादशमी पर निकला श्री पथरचट्टी रामलीला कमेटी का रामदल, ग्वालियर कोठी में भगवान राम, लक्ष्मण व माता जानकी का किया गया पूजन

ALLAHABAD: बिजली की रंगबिरंगी झालर की दूधिया रोशनी और लाउडस्पीकर के जरिए लगातार जय श्रीराम-जय श्रीराम व भक्ति गीतों की मंत्रमुग्ध कर देने वाली ध्वनि के बीच बड़े-बुजुर्गो से लेकर महिलाएं, युवा व छोटे-छोटे बच्चों का हुजूम चौक एरिया में मौजूद रहा। विजयादशमी पर इलाहाबाद की अति प्राचीन श्री पथरचट्टी रामलीला कमेटी का भव्य रामदल बना। बाई का बाग स्थित ग्वालियर कोठी में कमेटी के अध्यक्ष मुकेश पाठक, आनंद सिंह व लल्लू लाल गुप्ता सौरभ सहित अन्य पदाधिकारियों ने भगवान राम, लक्ष्मण व माता जानकी का विधि विधान से पूजन किया। फिर उन्हें चांदी के हौदे वाले हाथी पर विराजमान कराया।

देवताओं ने की अगवानी

पथरचट्टी रामलीला कमेटी का रामदल आर्यकन्या चौराहे से प्रस्थान किया। गणेशजी, मां दुर्गा, भगवान शंकर व विष्णु भगवान की विशाल प्रतिमाओं ने भगवान राम और लक्ष्मण की अगवानी की। दल में हाथी पर सवार प्रभु राम, ताड़का को मारकर मुनियों की रक्षा, लंका दहन, ताड़का वध, अहिल्या उद्धार, मां तुझे सलाम, सीता स्वयंवर, सीता का परित्याग, लाय सजीवन लखन जीयाएं जैसी झांकियों का आकर्षण रहा। भगवान राम व लक्ष्मण के साथ ही अन्य झांकियों पर भी जगह-जगह जनमानस ने पुष्प वर्षा की और जय श्रीराम, जय श्रीराम का जयकारा लगाते रहे।

राजसी शान से निकले

श्री पजावा रामलीला कमेटी की ओर से विजयादशमी पर भी रामदल निकाला गया। शाहगंज स्थित राम मंदिर में आचार्य गोपाल दास ने भगवान राम व लक्ष्मण की पूजा कर आरती उतारी। राजसी शान से निकले दल में आगे-आगे झंडा गाड़ी, ऊंट, घोड़े, हाथी व बैंड की धुन पर लोग नाचते गाते चल रहे थे। चांदी के हौदे पर विराजमान भगवान राम और लक्ष्मण के ऊपर खुल्दाबाद, नखासकोहना, कोतवाली, लाल डिग्गी, घंटाघर, जानसेनगंज चौराहा, चमेली बाई धर्मशाला, एससी वसु रोड, बताशा मंडी व लोकनाथ में जगह-जगह लोग फूल बरसाते रहे। दल में बाली सुग्रीव युद्ध, सीता द्वारा अग्नि परीक्षा, लवकुश द्वारा अश्वमेद्य को पकड़ना, लक्ष्मण शक्ति जैसी झांकियां शामिल रहीं।

कैमरे की जद में हर झांकी

रामभवन चौराहे से लेकर लोकनाथ का इलाका रात आठ बजे तक लोगों की मस्ती और खरीदारी में गुजरा तो एक घंटे बाद आर्यकन्या चौराहे पर झांकियां लगनी शुरू हुई। उसके बाद तो घर की चौखट व छत पर खड़े लोगों के साथ ही सड़क पर मौजूद लोग एक-एक झांकी को अपने मोबाईल में कैद करते रहे। चंद्रलोक सिनेमा और सेवा समिति विद्या मंदिर के सामने बड़े-बड़े झूलों और खानपान के दर्जनों स्टॉल पर देर रात तक लोगों की भीड़ लगी रही।