- दोपहर 12 बजे पहुंचे बरेली, की मौलाना से मुलाकात, फिर पहुंचे मदरसा

- मदरसा के बाहर 15 मिनट तक खड़े रहे श्री श्री, वापस लौटे, अलखनाथ पहुंचे

BAREILLY:

अघोषित रूप से राम मंदिर मुद्दे पर वार्ता के लिए मौलाना तौकीर रजा के बुलावे पर बरेली आए आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर को कोई खास कामयाबी नहीं मिली। वह बरेलवी मसलक के गढ़ बरेली पहुंचे तो अकेले। दरगाह पर गुलपोशी के दौरान भी मौलाना तौकीर उनके साथ मौजूद नहीं रहे। इस दौरान दरगाह-ए-आला हजरत प्रमुख या सज्जादानशीन भी नहीं दिखे। बताया जाता है कि वह शहर से बाहर गए हुए हैं। इसके बाद श्रीश्री मौलाना तौकीर के आवास पर पहुंचे और मुलाकात की। करीब आधे घंटे की मुलाकात के बाद श्री श्री सीबी गंज स्थित जामियातुर रजा इस्लामिक स्टडी सेंटर पहुंचे लेकिन वहां दरवाजा बंद मिला। वहां से बैरंग वापस लौटे और अलखनाथ बाबा के दर्शन किए। फिर सौ फुटा रोड पर आर्ट ऑफ लिविंग के मेंबर के आवास पर पदाधिकारियों से मुलाकात की। शाम को रूहेलखंड मेडिकल कॉलेज में आयोजित 'नाथ उत्सव' में पहुंचे। प्रेसवार्ता में बताया कि राम मंदिर निर्माण को लेकर वह दोनों पक्षों में सौहार्द कायम करने पहुंचे थे। लेकिन मुलाकात में क्या रहा और राम मंदिर या मस्जिद पर क्या निर्णय हुआ, इसका कोई खास जवाब न तो मौलाना और न ही श्री श्री ने दिया।

नहीं खुला मदरसा का गेट

इत्तेहाद का पैगाम लेकर बरेली पहुंचे श्री श्री के लिए मथुरापुर में स्थित दरगाह आला हजरत से जुड़े मदरसे का गेट नहीं खुला। करीब 15 मिनट तक गेट खुलने का इंतजार करते रहे लेकिन जब गेट नहीं खुला तो काफिला वहां से वापस रवाना हो गया। इस दौरान श्री श्री के साथ ताजुश्शरिया और शहर काजी मौजूद रहे। मामले पर मदरसे के नायाब सदर सलमान मियां ने बताया कि उनके पास श्री श्री के मदरसे आने की कोई सूचना नहीं थी। जिसके चलते मदरसे का गेट नहीं खोला गया और श्री श्री को वापस लौटना पड़ा।

बाबा अलखनाथ के किए दर्शन

मदरसा का गेट नहीं खुलने पर श्री श्री का काफिला वहां से सीधे बाबा अलखनाथ मंदिर पहुंचा, जहां श्री श्री ने दर्शन किए, लेकिन अलखनाथ मंदिर के महंत व अन्य पदाधिकारी हरिद्वार अखाड़ा परिषद की बैठक में गए हुए थे। यहां श्री श्री ने सेवादारों से मुलाकात की।

मुस्तैद रही पुलिस

श्री श्री रविशंकर शहर भर में जहां जहां वह गए उनके साथ भारी पुलिस फोर्स मौजूद रही। साथ ही, तयशुदा कार्यक्र म के मुताबिक उनके रूट पर जगह-जगह पुलिसकर्मी मौजूद रहे। दरगाह-ए-आला हजरत पर मकानों की छत, दरगाह समेत गलियों और नुक्कड़ों पर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।

दर्शन को उमड़े लोग

सौहार्द की कामना लेकर बरेली पहुंचे श्री श्री को कोई खास सफलता भले ही न मिली हो, पर उनको एक झलक देखने के लिए दरगाह पर भारी तादाद में सभी धर्मो के लोग बेताब रहे। उमड़ने वाले लोग श्री श्री के दर्शन के लिए पुलिस से अनुरोध करते रहे लेकिन सुरक्षा में मुस्तैद पुलिस उन्हें पीछे हटाती रही।

शहर में घंटे रहे श्री श्री

- लखनऊ से सुबह 11.30 बजे बरेली के लिए रवाना

- अमौसी से विशेष विमान से 11.45 बजे पहुंचे त्रिशूल एयरबेस

- फोर व्हीलर से दोपहर 12.30 बजे पहुंचे दरगाह की गुलपोशी

- दोपहर 12.40 बजे पहुंचे मौलाना तौकीर रजा के आवास

- दोपहर 1.40 बजे पहुंचे सीबी गंज स्थित जामियातुर रजा मदरसा

- दोपहर 2.05 बजे पहुंचे अलखनाथ, किया भोलेनाथ का दर्शन

- दोपहर 2.35 बजे आर्ट ऑफ लिविंग मेंबर्स से मुलाकात को रवाना

- शाम 5.40 बजे पहुंचे नाथ उत्सव कार्यक्रम में, रूहेलखंड मेडिकल कॉलेज

- रात ।

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सराहनीय पहल है

देश में सौहार्द की कामना लेकर श्री श्री रविशंकर भ्रमण कर धार्मिक संगठनों से मुलाकात कर रहे हैं। यह सराहनीय पहल है।

राजेश अग्रवाल, वित्त मंत्री, प्रदेश सरकार

भ्रमण चुनावी प्रोजेक्ट तो नहीं

धार्मिक संगठनों से मुलाकात करना अगर राजनीतिक है तो यह सराहनीय पहल नहीं कही जा सकती। लेकिन अगर सिर्फ सौहार्द की भावना से यह भ्रमण और मुलाकात हो रही है तो इसका स्वागत है। संदेह है कि यह पहल लोकसभा चुनावों को देखते हुए प्रोजेक्ट की गई है।

राजेश सागर, जिलाध्यक्ष, बसपा

भाजपा, आरएसएस की साजिश

यह भाजपा और आरएसएस की साजिश होने की संभावना है। यह चाल है तो मुलाकात का कोई फायदा नहीं। अगर, अच्छे मन से यह कार्य किया जा रहा है तो यह इसकी सफलता भी दिखाई देगी।

शुभलेश यादव, जिलाध्यक्ष, सपा

श्रीश्री के आने की नहीं थी जानकारी

मैं शहर से बाहर हूं और श्री श्री के बरेली आगमन की मुझे कोई जानकारी नहीं है। उनके बरेली आगमन पर मैं कोई टिपण्णी नहीं कर सकता। अयोध्या का मसला कोर्ट में है जो फैसला होगा वह देखा जाएगा।

मन्नानी मियां, दरगाह प्रमुख के चाचा