RANCHI : आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने झारखंड में नक्सलियों की संख्या कम होने और नक्सली हिंसा में आई कमी को सकारात्मक बताया है। उन्होंने प्रदेश में शांति के लिए नक्सलियों और सरकार के बीच मध्यस्थता की पेशकश भी की है.श्री श्री ने कहा कि उन्हें मीडिया और अन्य लोगों से नक्सली गतिविधियां कम होने की जानकारी मिली है। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार से मिलकर काम करने की बात कही। इसके लिए उनकी पूरी टीम झारखंड में काम करेगी। श्री श्री रविशंकर रांची आगमन के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे।

खोले हैं कई स्कूल

उन्होंने राज्य के नक्सल हालात पर चर्चा करते हुए कहा कि दस वर्ष पूर्व जब वो यहां आए थे तो एक डीआइजी उनसे मिले और रोने लगे। कहा, 21 साथियों को नक्सलियों ने मार दिया है, कैसे उनके परिवार के लोगों से मिलूंगा। विकट स्थिति थी। अच्छी बात यह है कि अब ऐसे हालात नहीं हैं। झारखांड में उनके कई स्कूल चलते हैं। इन स्कूलों के माध्यम से समाज में बदलाव का प्रयास किया जा रहा है।

शराबबंदी जरूरी, जो मंच से कहा वही सामने कहूंगा

श्री श्री ने कहा कि वे मंच से शराबबंदी पर अपने विचार रख चुके हैं और जब मुख्यमंत्री से आमने-सामने मिलेंगे तो वही बात करेंगे। मंच के साथ बातें नहीं बदलेंगी।

कौशल विकास से बढ़ेगा झारखंड

आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने कहा है कि झारखंड का विकास तभी होगा जब यहां के युवाओं का कौशल विकास होगा। वह झारखण्ड में कौशल विकास के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं। इसके माध्यम से युवाओं को दक्ष बनाने की मुहिम चलाएंगे। वे हमेशा युवाओं को प्रेरणा देते रहेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि झारखण्ड में अब शांति का माहौल बना है। उन्होंने युवाओं से आहवान करते हुए कहा कि युवा अधिक से अधिक योग व उद्योग में लग जाएं। झारखण्ड में बड़ी संभावनाएं हैं। प्राकृतिक संपदा से अमीर है, पर यहां के लोग गरीब हैं। यहां की प्राकृतिक संपदा का सदुपयोग हो।