-युवक के फोन कॉल्स और मैसेज से तंग आकर श्रुति ने किया था सुसाइड

-वीमेंस कॉलेज में बीसीए सेकेंड इयर की थी स्टूडेंट

-सुसाइडल नोट में युवक को बताया था जिम्मेवार

-तीन महीने बाद भी अरेस्टिंग तो दूर पुलिस ने नहीं सौंपी है चार्जशीट

JAMSHEDPUR: सीतारामडेरा की रहने वाली श्रुति ने विकास नामक युवक की छेड़खानी से तंग आकर सुसाइड किया। उसने अपने सुसाइड नोट में भी इस बात का जिक्र किया था कि वह विकास के फोन कॉल्स और मैसेज से तंग आकर इतना बड़ा कदम उठा रही है। इस घटना के तीन महीने बीत चुके हैं, लेकिन विकास खुलेआम घूम रहा है। पुलिस ने इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की।

वीमेंस कॉलेज की थी स्टूडेंट

सीतारामडेरा थाना एरिया स्थित ब्म्म्, ओल्ड सीतारामडेरा निवासी शिवशंकर पाल की बेटी श्रुति पाल वीमेंस कॉलेज में बीसीए सेकेंड इयर की स्टूडेंट थी। दो भाई-बहनों में वह बड़ी थी। करीब तीन महीने बाद भी श्रुति के पिता उसकी मौत के बाद न्याय के लिए भटक रहे हैं। साकची टैंक रोड स्थित अपनी इलेट्रिक रिपेयिंरग शॉप में बैठे उसके पिता शिवशंकर पाल ने बताया कि उनका ससुराल जमालपुर है। एक फंक्शन के दौरान श्रुति की साकेंद्र कुमार उर्फ भाईलाल चौधरी के बेटे विकास कुमार से परिचय हुआ। श्रुति ने भी अपने सुसाइडल नोट में इस बात का जिक्र किया है कि उसकी सहेली काजल ने विकास से उसका इंट्रोडक्शन कराया था।

विकास करता था परेशान

इसके बाद से विकास श्रुति के पीछे ही पड़ गया। वह बार-बार फोन कर उसे तंग करता था। श्रुति उससे पीछा छुड़ाना चाहती थी और इसके लिए उसने कई बार अपना मोबाइल नंबर भी बदला, लेकिन विकास कहीं न कहीं से उसका मोबाइल नंबर जुगाड़ कर लेता था और उसे फोन व मैसेज करता था। इसके बाद श्रुति ने अपना मोबाइल बंद कर दिया। उसने एक नया सिम भी खरीदा, लेकिन विकास के डर के कारण उस सिम को चालू ही नहीं किया।

दी थी पुलिस को धमकी

जब श्रुति से उसकी बात नहीं हो पाई, तो विकास ने श्रुति के पिता को फोन करना शुरू कर दिया। उसके पिता ने पुलिस में कंप्लेन करने की बात की, तो विकास ने कहा कि पुलिस उसे जानती है और उसका कुछ नहीं बिगड़ेगा। क्या विकास की इस बात में दम है? अगर ऐसा नहीं है तो श्रुति द्वारा सुसाइडल नोट में विकास को सुसाइड के लिए जिम्मेवार बताने के बावजूद पुलिस ने अब तक उसे अरेस्ट क्यों नहीं किया।

पुलिस नहीं ले रही एक्शन

श्रुति के पिता ने कहा कि वे थाना जाते हैं तो पुलिस उन्हें बहला कर भेज देती है। अब तो केस की आईओ फोन तक नहीं उठातीं। उन्होंने कहा कि अब विकास ने सिविल कोर्ट में एंटीसिपेटरी बेल की अर्जी दे रखी है और ख्0 जनवरी को मामले में सुनवाई है। इस संबंध में श्रुति के पिता ने चीफ मिनिस्टर को भी पत्र लिखा है।