- सुबह 5 बजकर55 मिनट से दोपहर 2 बजकर 56 मिनट तक रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त

LUCKNOW: रक्षाबंधन की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। धर्म ग्रंथों में सभी त्यौहार और उत्सव को मनाने के लिए कुछ विशेष समय का निर्धारण किया गया है, जिन्हें शुभ मुहूर्त का समय कहा जाता है। इन शुभ समय पर मनाए जाने पर त्यौहार में शुभता आती है और अनिष्ट का भाव भी नही रहता। इसी प्रकार रक्षाबंधन के शुभ मुहूर्त का समय भी शास्त्रों में निहित है। शास्त्रों के अनुसार, भद्रा समय में श्रावणी और फाल्गुनी, दोनों ही नक्षत्र समय अवधि में रक्षाबंधन नहीं करना चाहिए।

यह है शुभ मुहूर्त

आज रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाएगा। पंडित राज नारायण पांडे ने बताया कि पूर्णिमा तिथि का आरंभ 17 अगस्त 2016 को हो जाएगा, परंतु भद्रा व्याप्ति रहेगी। इसलिए शास्त्रानुसार यह त्यौहार 18 अगस्त को सुबह 5 बजकर55 मिनट से दोपहर 2 बजकर 56 मिनट, या एक बजकर 42 मिनट से 2 बजकर 56 मिनट तक मनाया जा सकता है।

भद्रा का समय सही नहीं

पंडित राज नारायण पांडे ने बताते हैं कि पौराणिक मान्यता के आधार पर भद्रा को उचित नहीं माना जाता क्योंकि जब भद्रा का वास किसी उत्सव समय को स्पर्श करता है तो उसके समय को उपयोग में नहीं लाया जाता है। भद्रा में नक्षत्र और तिथि के अनुक्रम तथा पंचक के पूर्वाद्ध नक्षत्र के मान व गणना से इसका समय बदल सकता है। सबसे खास बात है कि राखी के साथ कुमकुम रोली, हल्दी, चावल, दीपक, अगरबती और मिठाई का उपयोग किया जाता है। कुमकुम हल्दी से भाई का टीका करके चावल का टीका लगाया जाता है और भाई की कलाई पर राखी बांधी जाती है। रक्षा बंधन का पर्व मनाने वाले उस दिन प्रात:काल में स्नान आदि कार्यो को पूर्ण करके शुद्ध वस्त्र धारण करने चाहिए। इसके बाद अपने इष्ट देव की पूजा करने के बाद राखी की भी पूजा करें। साथ ही पितृरों को याद करें और बड़ों का आशीर्वाद लें।