ताजमहल पर 10 लोगों ने की नमाज, नमाजियों को नहीं शामिल होने दिया गया

-कल तक सोशल मीडिया के मीम्स में शामिल कोरोना की अब दिलों पर दहशत

आगरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद अब कोरोनावायरस की दहशत दिखाई दे रही है। सोशल मीडिया पर मीम्स और मजाक का मैटेरियल बने कोरोनावायरस का आगराइट्स में खौफ नजर आ रहा है। ऐहतियातन हर शुक्रवार को ताजमहल में होने वाली जुमा की नमाज में नमाजियों का प्रवेश नहीं होने दिया गया। वहीं रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर सन्नाटा सा पसरा दिखा। हालांकि कमेटी के दस लोगों ने ताजमहल में नजाम अदा की। सड़क पर पसरे सन्नाटे को देखकर लग रहा है कि 22 मार्च से पहले ही शहर में 'जनता कफ्र्यू' प्रभावी हो गया है।

नहीं हुई ताजमहल में नमाज

भारत सरकार ने स्कूल-कॉलेजों के बंद रखने के आदेश के दो दिन बाद 17 मार्च को एतिहासिक स्मारकों को 31 मार्च तक बंद करने के आदेश दे दिए थे। इस आदेश को मानते हुए शुक्रवार को ताजमहल के साथ ताज परिसर में स्थित फतेहपुरी मस्जिद और संदली मस्जिद में भी जुमे की नमाज में नमाजियों को प्रवेश नहीं दिया गया। बता दें कि ताजमहल परिसर में स्थित फतेहपुरी और संदली मस्जिद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित हैं। ऐसे में एहतियात के तौर पर एएसआई द्वारा यहां नमाज को पहुंच रहे लोगों को लौटाया दिया गया। बता दें कि हर शुक्रवार दोपहर में शाही मस्जिद में नमाज अदा की जाती है। शुक्रवार को ताजमहल में साप्ताहिक बंदी रहती है, लेकिन स्मारक दोपहर में दो घंटे नमाजियों के लिए खुलता है। स्थानीय नागरिकों को ही नमाज के लिए स्मारक में प्रवेश दिया जाता है। अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ। वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि यह देशहित और लोगों के स्वास्थ्य का मामला है। इसलिए नमाजियों को अंदर प्रवेश नहीं दिया गया।

आगरा की शू इंडस्ट्री ठप

आगरा में कई बड़ी शू-फैक्ट्री कोरोना के कहर के कारण बंद कर दी गई हैं। यूरोपीय देशों में बाजार बंद होने से विंटर सीजन का माल तैयार नहीं किया जा रहा। एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर का कहना है कि करीब 1200 से 1500 करोड़ रुपए का नुकसान आगरा के जूता निर्यात कारोबार को हो सकता है। विंटर सीजन में करीब 2500 करोड़ रुपए का जूता विभिन्न देशों में निर्यात होता है। वहीं ताजमहल समेत एएसआई प्रोटेक्टेड मॉन्यूमेंट्स को 31 मार्च तक के लिए बंद कर देने से टूरिस्ट इंडस्ट्री लॉकडाउन हो चुकी है। निर्यात होता है।

रेलवे स्टेशन पर पसरा सन्नाटा

कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए लोगों ने शहर से बाहर जाने का कार्यक्रम रद कर दिया है। इसी के चलते आगरा कैंट, राजा की मंडी, आगरा फोर्ट रेलवे स्टेशन सहित आइएसबीटी पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है। प्लेटफार्म टिकट के दाम बढ़ने से भी रेलवे स्टेशनों पर भीड़ कम ही नजर आ रही है।

राशन-सब्जी जुटा रहे लोग

आने वाला वक्त कैसा होगा? इस आशंका में लोग घर में अनाज और सब्जियों का भंडार करना शुरू कर दिया है। मोतीगंज, बेलनगंज, रावतपाड़ा आदि बाजारों में दुकानों पर लोगों की अच्छी खासी भीड़ रहीं। वहीं कॉलोनियों और प्रमुख बाजारों में भी किराना की दुकानों पर लोग राशन लेने के लिए जद्दोजहद करते देखे गए। राशन, अनाज, दालों और दैनिक उपयोग की वस्तुओं की खरीददारी के लिए लोग वेस्ट प्राइस समेत शहर के विभिन्न शॉपिंग मॉल में भी उमड़ पड़े।