-सरहद पार अपने भाइयों को राखी भेज रही हैं बहनें

- डाक विभाग से देश विदेश के लिए प्रतिदिन 15 हजार राखियों की बुकिंग

- वर्चुअल होते रिश्तों को बांधने में लगा डाक विभाग

ALLAHABAD: समय के साथ रिश्ते भी वर्चुअल होने लगे हैं। आज के दौर में लोग मिलकर किसी फेस्टिवल की बधाई देने से ज्यादा आसान ऑन लाइन या सोसल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए अपनों को मुबारक बाद देते हैं। ऐसे दौर में पोस्टल डिपार्टमेंट भाई-बहन के रिश्तों की डोर को मजबूत करने में सहयोगी बन रहा है। विदेश में रहने वाले भाई की कलाई के लिए बहनों की राखी भेजने का इंतजाम कर रहा है। सिटी के हेड पोस्ट ऑफिस से प्रतिदिन लगभग क्भ् हजार राखियां देश और विदेश के लिए बुक की जा रही हैं। डाकघरों में लंबी कतार में खड़े लोगों द्वारा राखियों के बुक कराने का सिलसिला प्रतिदिन देखा जा सकता है। जो आज भी रिश्तों की एहमियत समझाने के लिए पर्याप्त है।

यूके से लेकर गल्फ कंट्रीज तक जा रहीं राखियां

राखी के अटूट बंधन को देश की सरहद के पार पहुंचाने में लगे डाक विभाग के निदेशक इलाहाबाद परिक्षेत्र केके यादव ने बताया कि इस समय यूके से लेकर गल्फ कंट्रीज तक के लिए राखियों को भेजने की बुकिंग की जा रही हैं। इसमें अमेरिका, कनाडा के साथ ही डेनमार्क, ब्रिटेन, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, मारीशस, मलेशिया, पोलैंड, जापान, थाईलैण्ड, स्वीडन, स्विटजरलैंड, संयुक्त अरब अमीरात के साथ अन्य देश शामिल हैं। इसके साथ ही विदेशों से आयी राखियों के वितरण का काम भी तेजी से किया जा रहा है। देश के अलग-अलग हिस्सों के साथ ही विदेश से आने वाली लगभग ख्भ्000 राखियों को प्रतिदिन वितरित किया जा रहा है।