RANCHI: एसआईटी। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम। यह टीम अपने सारे कांटेक्ट और सोर्सेज को यूज करते हुए केस को जल्द से जल्द डिटेक्ट करने के लिए बनाई जाती है। टीम में जिले के तेजतर्रार अधिकारियों और जवानों की ड्यूटी लगाई जाती है ताकि केस का खुलासा जल्द से जल्द हो सके। लेकिन अधिकतर मामलों के खुलासे में एसआईटी भी फेल हो रही है। इसे देखते हुए राजधानी के किशोरगंज में ट्रांसपोर्टर मुकेश जालान हत्याकांड की सुस्त जांच पर लोगों का गुस्सा उफान पर है। रविवार की शाम जब सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग कैंडल मार्च की तैयारी कर रहे थे तो कोतवाली डीएसपी अजित विमल मौके पर पहुंचे और उन्होंने आक्रोशित लोगों से 72 घंटे का समय मांगा है। मालूम हो कि कांड की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। कई कांड एसआईटी गठन के बावजूद आज भी अनसुलझे हैं और एसआईटी फेल होकर रह गई है। एसआईटी का सक्सेस रेशियो बेहद तेजी से नीचे गिरता जा रहा है।

क्या कर रही एसआईटी

मुकेश जालान हत्याकांड की जांच के लिए सिटी एसपी सौरभ के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया है। इसमें हटिया एएसपी विनीत कुमार, कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल, सिटी डीएसपी अमित कुमार सिंह, सदर डीएसपी दीपक पाडेय, साइबर डीएसपी यशोधरा, सुखदेवनगर थानेदार, कोतवाली थानेदार, हिंदपीढ़ी थानेदार व अरगोड़ा थानेदार शामिल हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो वीडियो फुटेज के बावजूद अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लग पाई है।

सामू उरांव की हत्या

8 जनवरी 2019 : डोरंडा के कुसई घाघरा में छह हथियारबंद अपराधियों ने रात के करीब 10 बजे दो लोगों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। इसमें सामू उरांव की मौत हो गयी और उनके दोस्त शंकर सुरेश उरांव गंभीर रूप से घायल हो गये। इस मामले में भी अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं।

अग्रवाल ब्रदर हत्याकांड

6 मार्च 2019: अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अशोक नगर में सगे भाइयों हेमंत अग्रवाल और महेंद्र अग्रवाल की हत्या के 9 महीने बीत जाने के बाद भी इसके मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी और एमके सिंह को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। रांची पुलिस ने दोनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए तीन-तीन एसआइटी का गठन उसी दिन कर दिया था।

गहना घर में फायरिंग

14 अक्टूबर 2019: लालपुर थाना क्षेत्र के अमरावती कॉम्प्लेक्स में संचालित गहना घर में दिन के करीब 2.00 बजे के आसपास दो बाइक पर सवार होकर आये पांच की संख्या में अपराधियों ने दुकान में घुसकर लूटपाट की कोशिश की थी, जिसका विरोध करने पर दो सगे भाइयों को गोली मारकर अपराधी मौके से फरार हो गये थे। इस मामले में भी एसआईटी गठित की गई, लेकिन पुलिस को अबतक अपराधियों का कोई सुराग नहीं मिला है।

सामी मुंडा मर्डर केस

2 दिसंबर 2018 : पंडरा ओपी क्षेत्र स्थित बजरा के मुंडा चौक के सामी मुंडा अपने होटल के लिए पानी लाने निकला था। इसी दौरान बाइक सवार दो अपराधी वहां पहुंचे और रास्ता पूछने के बहाने सामी मुंडा को गोली मार दी थी। इसके बाद स्थानीय लोगों ने उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया। 15 दिसंबर को रिम्स में ऑपरेशन के दौरान सामी मुंडा की मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में खासा रोष देखते हुए एसआईटी का गठन किया गया। आरोपियों को पुलिस अबतक गिरफ्तार नहीं कर पाई है।

टीचर के हत्यारे को तलाशने में भी फेल

7 जुलाई 2018: लालपुर थाना क्षेत्र स्थित सब्जी मंडी के पास रात में गुरुनानक स्कूल के शिक्षक शिव प्रसाद हत्याकांड को डेढ़ वर्ष से ज्यादा हो गया है। इस घटना के इतने समय बीत जाने के बाद भी रांची पुलिस हत्याकांड का खुलासा करने में असफल रही है। पुलिस ने हत्यारे की जानकारी देने वाले को 50 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा भी की थी। साथ ही एसआइटी का भी गठन किया गया था। लेकिन इन सब के बावजूद भी पुलिस के हाथ खाली ही हैं।

कई मामलों का सफलतापूर्वक खुलासा करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। कुछ मामलों में पुलिस कांड डिटेक्ट कर चुकी है लेकिन अपराधियों की गिरफ्तारी जल्द ही सुिनश्चित की जाएगी।

अनीश गुप्ता, एसएसपी, रांची