लखीमपुर खीरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने सोमवार को लगभग 5,000 पन्नों का आरोप पत्र दायर किया। मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को आरोपी बनाया गया है। सूत्रों के मुताबिक, आशीष मिश्रा, जिन्हें पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, को इस मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया था। इसके अलावा, मामले में आरोपियों की संख्या बढ़कर 14 हो गई क्योंकि एक और नाम जोड़ा गया है। चार्जशीट में एक और शख्स वीरेंद्र शुक्ला का नाम जोड़ा गया है। अभियोजन वकील ने कहा कि उस पर आईपीसी की धारा 201 के तहत आरोप लगाया गया है।

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के दौरान हुई थी हिंसा

लखीमपुर खीरी हिंसा की घटना में कुल आठ लोग मारे गए थे, जो 3 अक्टूबर, 2021 को निरस्त किए गए तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के दौरान हुई थी। मरने वालों में चार किसान, एक पत्रकार, दो भाजपा कार्यकर्ता और एक ड्राइवर शामिल हैं। इस मामले में आशीष मिश्रा और पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास के भतीजे अंकित दास समेत कुल 13 लोग आरोपी हैं। तीनों एसयूवी के ड्राइवर और आशीष मिश्रा और अखिलेश दास के सहयोगियों सहित सभी 13 आरोपी गिरफ्तार हैं और फिलहाल जेल में बंद हैं।

आशीष मिश्रा की जमानत अर्जी पर अभी कोई फैसला नहीं किया

वहीं इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने आशीष मिश्रा की जमानत अर्जी पर अभी कोई फैसला नहीं किया है, अन्य आरोपियों की जमानत याचिकाएं लखीमपुर खीरी की एक स्थानीय अदालत में लंबित हैं। एसआईटी ने हाल ही में एक स्थानीय अदालत से आशीष मिश्रा और 12 अन्य आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास और गंभीर चोट पहुंचाने के मामले में दो आरोप जोड़ने का अनुरोध किया था। एसआईटी ने रिपोर्ट में लिखा है कि मौतें लापरवाही या लापरवाही के कारण नहीं हुईं और यह कि आरोपी व्यक्तियों की हरकतें जानबूझकर मारने के इरादे से थीं।

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