-खाजपुरा के अशोकपुरी स्थित वर्षा ज्वेलर्स में 19 फरवरी को बदमाशों ने की थी लूटपाट

-बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए जगदेव पथ में जमा हुए थे सभी बदमाश तभी पुलिस ने दबोचा

PATNA : खाजपुरा के अशोकपुरी स्थित वर्षा ज्वेलर्स में बीते 19 फरवरी की देर शाम लूट के मामले में गिरफ्तार अपराधियों से नए-नए खुलासे हो रहे हैं। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद सभी देवघर जल चढ़ाने चले गए थे। वहां से लौटने के बाद पुलिस ने लूट में लाइनर की भूमिका निभाने वाले सहित पांच अपराधियों को जगदेव पथ पर स्थित मौर्या पथ मुसहरी के पास से गिरफ्तार कर लिया।

दुकान के पास किराए पर रहते थे लुटेरे

एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस ने लूट का सोना-चांदी खरीदने वाले सोनार को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास से करीब 1.25 किलोग्राम चांदी, 100 ग्राम सोना, चार आभूषण बॉक्स, दो लोडेड पिस्टल, 14 कारतूस, घटना में इस्तेमाल की गई बाइक भी बरामद की गई। गिरफ्तार विपुल शर्मा उर्फ विपिन कुमार निवासी मुजफ्फरपुर, मिथलेश कुमार उर्फ दारा निवासी मोतिहारी, राजवीर सिंह उर्फ छोटू निवासी बेतिया, मुकेश कुमार निवासी बेतिया, राकेश कुमार निवासी दरभंगा और सोनार प्रेम कुमार मुजफ्फरपुर के निवासी हैं। सभी अपराधी घटनास्थल से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर किराए के कमरे में रहते थे।

कई बार की थी दुकान की रेकी

वर्षा ज्वेलर्स की दुकान से पांच सौ मीटर आगे रूपसपुर में एक किराये के कमरे में पिछले सात साल से राजवीर का भाई मुकेश किराये पर रहता था। मुकेश से मिलने के बहाने राजवीर, मिथलेश, विपुल और राकेश अक्सर वहां आता था। चारों मुजफ्फरपुर, मोतिहारी में लूट, हत्या और अन्य वारदात को अंजाम देकर मुकेश के कमरे पर पहुंच जाते थे। 15 फरवरी को चारों अपराधी मुकेश के कमरे पर आए। इनके पास राजवीर अपने बड़े भाई राकेश के नाम पर खरीदी गई बाइक से आया था। राजवीर, मुकेश और विपुल 16 से 19 फरवरी तक कई बार वर्षा ज्वेलर्स की रेकी की थी। इसके बाद तीनों अपराधी 19 फरवरी को बाइक से ज्वेलर्स की दुकान में पहुंचे और सोना व चांदी लूटकर वापस मुकेश के कमरे पर चले गए। रात भर कमरे पर रुकने के बाद अल सुबह लूट का सोना-चांदी लेकर सभी मुजफ्फरपुर के मनियारी थाना क्षेत्र निवासी सोनार प्रेम कुमार के पास चले गए। सोनार ने बदमाशों से लूटकर लाए सोना-चांदी को अपने पास रख लिया और एडवांस में सात हजार रुपये दिए।

लूट के बाद गए थे दरभंगा

वारदात की रात पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालती रही। सुबह में सभी लुटेरे रूपसपुर में देखे गए। पुलिस उनका पीछा करते हुए मुजफ्फरपुर, फिर दरभंगा पहुंच गई। लेकिन, तब तक सभी अपराधी सोनार से एडवांस रुपये लेकर देवघर जल चढ़ाने निकल गए थे। पुलिस पीछा करते हुए देवघर भी पहुंच गई। देवघर के बाद सभी बदमाश अलग-अलग हो गए। पुलिस देवघर में तलाश कर रही थी और सभी बदमाश वहां से पटना पहुंच गए। इसी बीच पुलिस को एक अपराधी मुकेश का ठिकाना मिला गया। मुकेश का मोबाइल नंबर पता कर पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू की। शनिवार की रात सूचना मिली कि विपुल, मिथलेश, राजवीर जगदेव पथ पर पहुंच रहे हैं और किसी बड़ी वारदात की योजना बनाने वाले हैं। इनके पास वह बाइक भी थी जिससे लूट की घटना में इस्तेमाल किया था। पुलिस ने बाइक और कपड़े से तीन बदमाशो को पहचान कर लिया। जैसे ही सभी अपराधी एक जगह पर इकट्ठा हुए पुलिस ने सभी को दबोच लिया।

सोना रख वाराणसी चला गया था सोनार

अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस मुजफ्फरपुर के मनियारी थाना क्षेत्र के महंथ नियारी निवासी सोनार प्रेम कुमार तक पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि विपुल और उसके साथी 20 फरवरी को सोना-चांदी लेकर आए थे। उन्हें पूरा पैसा नहीं दिया था। सोना-चांदी रख लिया और फिर बेटे का उपचार कराने के लिए बनारस चला गया। वापस लौटकर आने के बाद उन्हें और रुपये देने थे।

विपुल पर दर्ज हैं कई केस

विपुल मुजफ्फरपुर जिले का कुख्यात अपराधी है। वर्ष 2017 में बहुचर्चित सूरज हत्याकांड, विक्रांता सीएसपी लूटकांड, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, वैशाली और छपरा में लूट, डकैती और हत्या जैसे संगीन वारदात में शामिल रह चुका है। मुजफ्फरपुर में इसके खिलाफ 14 और शास्त्रीनगर में दो मामले दर्ज हैं। वहीं मिथलेश के खिलाफ मोतिहारी में दो और शास्त्रीनगर में दो लूट का केस दर्ज है। जबकि राजवीर सिंह उर्फ छोटू के खिलाफ मोतिहारी, मुजफ्फरपुर सहित शास्त्रीनगर में पांच केस दर्ज हैं।