पुलिस ने युवकों को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है। पकड़े गए युवकों में दो के तार सीएमओ मर्डर केस से जुड़ते नजर आ रहे हैं। दोनों शार्प शूटर हैैं और इससे पहले भी शूटआउट कर चुके हैं। सभी युवक पुलिस से बचने के लिए सपा का झंडा लगी स्कार्पियो गाड़ी में घूम रहे थे। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ के बाद इस केस के साथ और भी कई बड़े मामलों के राज खुल सकते है।

घेराबंदी कर पकड़ा पुलिस ने

सीओ कैंट चन्द्रप्रकाश शुक्ला ने बताया कि शाहपुर पुलिस को शुक्रवार सुबह असुरन के पास शातिर बदमाशों की गतिविधियों की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने सादी वर्दी में घेराबंदी की। लगभग साढ़े दस बजे सपा का झंडा लगी एक स्कार्पियो रूकी। गाड़ी में वे सभी युवक सवार थे, जिनकी सूचना पुलिस को थी। पुलिस ने दबिश देकर सभी को हिरासत में ले लिया।

दो की है क्राइम हिस्ट्री

शाहपुर थाना प्रभारी ने बताया कि स्कार्पियो सवार कृष्णा नगर कॉलोनी निवासी आशुतोष शुक्ला, शिवपुर सहबाजगंज निवासी पंकज मिश्रा, आदित्यपुरी निवासी हरिकेश यादव, भटहट, गुलरिहा निवासी सम्श तबरेज, तिनकोनिया पिपराइच निवासी जितेंद्र और कप्तानगंज कुशीनगर निवासी राममूरत को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

आशुतोष अनिमेष श्रीवास्तव का साथी है, जिसे कुछ दिन पहले डीआईजी आवास के पास गोली मारी गई थी। अनिमेश पर गोली चलाने वाले वरूण पर भी हमला हो चुका है। जिसकी रिपोर्ट भी दर्ज हुई थी। इसमें अनिमेश के साथ आशुतोष भी आरोपी था। वहीं पंकज मिश्रा पर इंजीनियर की हत्या का मामला है। एसपी सिटी लल्लन सिंह ने बताया कि सभी से गहन पूछताछ की जा रही है। हर पहलू को ध्यान में रखकर तफ्तीश की जा रही है।

सीबीआई भी लगी है जांच में

सीएमओ हत्याकांड के तार गोरखपुर से जुडऩा नई बात नहीं है। पुलिस के हत्थे चढ़े शातिर 6 बदमाश में दो के तार सीएमओ मर्डर केस से जुड़े हो सकते हैं। पंकज मिश्रा 2010 में हुए सिंचाई विभाग के इंजीनियर एनपी सिंह मर्डर का मेन आरोपी था, जो अभी बेल पर है। वहीं आशुतोष अनिमेश का साथी है, जिसे सीबीआई ने कुछ दिन पहले पूछताछ को हिरासत में लिया था।