RANCHI: छह सब्जेक्ट, छह सवाल और दो पेज में ही एग्जाम पूरा हो गया। जी हां, रांची यूनिवर्सिटी के पीजी डिपार्टमेंट में इन दिनों एग्जाम के नाम पर ऐसे ही कोरम पूरे किए जा रहे हैं। गुरुवार को टीआरएल डिपार्टमेंट ने मिड टर्म के सभी म् पेपर की परीक्षा दो पेज पर ही लिखवा ली। इससे पहले हिन्दी विभाग में भी पीजी और एमफिल के तीन टर्म की परीक्षा एक साथ ली गई थी।

ख्भ् नंबर के सवाल, 8 लाइन में जवाब

रांची यूनिवर्सिटी के ट्राइबल एंड रिजनल लैग्वेंज डिपार्टमेंट ने थर्ड सेमेस्टर के मिड टर्म की परीक्षा में सभी नियम-कायदो को ताक पर रख दिया है। दो पेजों पर पूरी परीक्षा लिखवा ली। इन्हीं दो पेजों में सवाल भी थे और इसी में स्टूडेंट को जवाब भी लिखना था। सभी सवाल ख्भ् नंबर के थे और जवाब लिखने के लिए केवल आठ लाइन ही जगह थीं। अब सवाल है कि इतने कम जगह में क्या ख्भ् नंबर के एक क्वेश्चन का जवाब लिखा जा सकता है।

हर पेपर से एक सवाल

दो पेज के आंसर शीट में ही सभी छह पेपर से एक-एक सवाल पूछे गए थे, जिसके जवाब स्टूडेंट को लिखने थे। इस बारे में जब डिपार्टमेंट हेड डॉ। केसी टूडू से पूछा गया, तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि परीक्षा लेनी थी, इसीलिए ऐसी व्यवस्था कर दी गई। गौरतलब हो कि स्टूडेंट को फाइनल में अलग से पेपर दिया जाता है और क्वेश्चन भी।

हर पेपर की सेपरेट लेनी है परीक्षा

पीजी डिपार्टमेंट में मिड टर्म परीक्षा लेने के लिए कोई नियम नहीं बनाया गया है। लेकिन इस बात का ध्यान रखना है कि सभी पेपर की परीक्षा अलग-अलग लेनी है। इसमें एक घंटे या सवा घंटे तक का समय रखा जाता है। स्टूडेंट को अपने पेपर से संबंधित दो या तीन सवालों के जवाब लिखने होते हैं।

क्या कहते हैं एचओडी

दो पेज में स्टूडेंट को सवाल दिए गए थे। इसमें सवाल भी लिखा गया था और उनके जवाब भी इसी में लिखने थे। सभी शार्ट क्वेश्चन पूछे गए थे, जो कि कम नंबर के थे।

-डॉ। केसी टूडु,हेड,टीआरएल डिपार्टमेंट

वर्जन

मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। कल यूनिवर्सिटी आऊंगा, तो टीआरएल डिपार्टमेंट में जाकर देखूंगा। मामला समझने के बाद ही कुछ बता सकता हूं।

-डॉ। रमेश कुमार पांडे,वीसी,आरयू