निराला आर्ट गैलरी में लगाई गई प्रदर्शनी

ALLAHABAD: आरके। लक्ष्मण की दुनिया अद्भुद है। वह कुछ रेखाओं के माध्यम से इतना कुछ कह जाते थे कि हम सब के सुख-दुख, आकांक्षाएं और आवाज उसमें निहित होती थी। यह फिलिंग उन दर्शकों ने व्यक्त की जो प्रख्यात कार्टूनिस्ट आरके। लक्ष्मण को श्रद्धांजलि देती प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर मौजूद थे।

कार्टूनों में दिखी संवेदना

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के दृश्य कला विभाग के विद्यार्थियों ने स्व। लक्ष्मण को श्रद्धांजलि देने के लिए कार्टूनों व उनके चित्रों को तैयार किया था। जिसकी प्रदर्शनी निराला आर्ट गैलरी में वेडनसडे से शुरू हो गई। प्रदर्शनी में विद्यार्थियों द्वारा तैयार लगभग क्00 रेखाचित्रों, कार्टूनों व चित्रों को प्रदर्शित किया गया। जिसमें विद्यार्थियों ने अत्यन्त संवेदना के साथ अपने मनोभावों को प्रस्तुत किया।

अपलक निहारते रहे दर्शक

इसमें कुछ कृतियां तो इतनी जीवंत लगीं कि दर्शक अपलक उन्हें निहारते रहे। चित्रों में आरके लक्ष्मण की नजरों से समाज की विसंगतियों को भी उकेरा गया। इस अवसर पर प्रो। मुश्ताक अली, डॉ। अजय जैतली, धनंजय चोपड़ा, डॉ। प्रणय कृष्ण, डॉ। कृपाशंकर, जावेदा सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी व कला प्रेमी मौजूद रहे। इसी क्रम में दृश्य कला विभाग के तत्वावधान में थर्सडे को दिन में क्0:फ्0 बजे से कैरिकेचर कार्यशाला का आयोजन डेलीगेसी स्थित निराला सभागार में आयोजित की गई है।