- केमीकल युक्त पटाखों की बिक्री पर जोर

- शहर में तमिलनाडु के पटाखों की है अधिक बिक्री

आगरा। जनपद में 12 लाइसेंसधारी पटाखों के थोक विक्रेता हैं। इनके यहां पर शिवाकाशी (तमिलनाडु) से पटाखे मैन्युफैक्चरिंग होकर आते हैं। यहां से आने वाले सभी पटाखे केमिकल युक्त होते हैं। तेज धमाकों वाले नहीं होते हैं। इन थोक विक्रेताओं के यहां से सर्वाधिक बिक्री स्काई शॉट वाले पटाखों की हो रही है, जो कि आसमान में सतरंगी छटा बिखेरते दिखाई देंगे।

जमकर हो रही है बिक्री

पटाखों से होने वाले प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिशा निर्देश दिए है। दिल्ली में पटाखे बैन ही कर दिए थे। अन्य प्रदेशों में निर्धारित मानकों के आधार पर ही पटाखों की बिक्री के आदेश दिए हैं। इसके बावजूद भी पटाखों की जमकर बिक्री हो रही है। फुटकर विक्रेता जिस हिसाब से थोक व्यापारियों से खरीदारी कर रहे हैं, उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि कोर्ट के आदेशों का कोई असर नहीं होने वाला है। पटाखों की जमकर बिक्री हो रही है।

स्थानीय स्तर पर बन रहे हैं धमाके वाले पटाखे

स्काई शॉट पटाखों की भले ही धू रहे लेकिन धमाके वाले पटाखे स्थानीय स्तर पर बन रह हैं, जो कि बारूद से बन रहे हैं। जबकि, स्काई शॉट वाले पटाखे कैमिकल युक्त हैं जिनमें बारूद नहीं होता है।

तीन सौ आ चुके हैं आवेदन

शहर में 17 स्थानों पर आतिशबाजी की दुकानें लगाई जाएंगी। यहां पर सैकड़ों की संख्या में दुकानें बनाई जाएंगी। इसके लिए ठेकेदारों को ठेका दिया जाएगा। इसके बाद ये ठेकेदार फुटकर विक्रेताओं को अस्थायी दुकान बनाकर देंगे। वे अपनी सुविधा से दुकानों का आवंटन करेंगे। अभी तक करीब 300 लोगों ने ठेका लेने के लिए आवेदन किया है। ठेका बोली के आधार पर दिया जाएगा। हालांकि अभी बोली की तिथि घोषित नहीं हो सकी है।