-लॉकडाउन में शॉप्स बंद होने से नहीं मिल रही शराब, धूम्रपान की शॉप्स पर बिक्री बंद

-परेशान लोग साइकेट्रिस्ट से फोन पर मांग रहे सलाह

केस:1

शहर के पीलीभीत रोड निवासी युवक ने भी डॉक्टर्स से फोन पर कॉल डॉक्टर्स से अल्कोहल लेने की आदत छोड़ने के लिए सलाह मांगी। युवक का कहना है कि अब लगता है कि कभी भी अल्कोहल बंद हो सकती है इसीलिए वह अब इसे छोड़ना चाहता है।

केस:2

पुराना शहर निवासी युवक का कहना था अल्कोहल के बगैर नींद नहीं आती है कई दिन हो गए बगैर अल्कोहल लिए। युवक का कहना था कि वह नशा उन्मूलन सेंटर्स पर भी कॉल कर पूछ चुका है कि अल्कोहल का कोई ऑप्शन हो तो बताएं। लेकिन वहां से नशा छुड़ाने की सलाह दे डाली।

बरेली: लॉकडाउन के दौरान इस तरह की कॉल मनो विशेषज्ञों के पास लगातार आ रही हैं। कोरोना संक्रमण न फैले इसके लिए शहर में 21 दिन का लॉकडाउन किया गया है। लेकिन इस लॉक डाउन ने डेली अल्कोहल यूज करने वालों की प्रॉब्लम बढ़ा दी है। परेशान लोग डॉक्टर्स को कॉल कर सलाह मांग रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि इस समय ऐसे लोग खुद को परिवार के साथ बिजी रखें। वहीं डॉक्टर्स का कहना है कि उनके पास इन दिनों जितनी कॉल आ रही हैं उसमें 30 परसेंट कॉल्स अल्कोहल न मिलने के कारण होने वाली प्रॉब्लम को लेकर हैं।

30 परसेंट बढ़ी कॉल्स

डॉक्टर्स की ही माने तो उनके पास इस तरह की डेली 20-25 कॉल्स डेली आती थी। लेकिन लॉकडाउन के दौरान यह कॉल्स 50 से अधिक तक पहुंच गई है। आने वाली कॉल में कॉलर सिर्फ एक ही बात पूछता है कि वह इस अल्कोहल के बगैर कैसे रह सकता है। कई कॉलर तो इतने परेशान हैं कि वह कॉल करके यही पूछ रहे कि अब वह अल्कोहल छोड़ना चाह रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि इसमें वह लोग सबसे अधिक हैं जो डेली अधिक मात्र में अल्कोहल यूज करते थे। जबकि जो लोग कम मात्र में अल्कोहल यूज करते थे उन्हें इस तरह की प्रॉब्लम्स नहीं हो रही है।

अध्ययन में अपने आपको बिजी रखें, ऐसे समय में अच्छा साहित्य पढ़ना चाहिए। इससे दो फायदे होंगे एक तो अच्छा साहित्य पढ़ने से मनोबल बढ़ेगा, दूसरा समय का यूज होगा। जब भी ज्यादा तलब लगे तो दोस्तों, पत्नी और बच्चों के साथ बातें करें।

डॉ। सुविधा शर्मा, इंचार्ज साइकोलॉजिस्ट डिपार्टमेंट, बरेली कॉलेज

-जो डेली अल्कोहल लेते हैं वह अल्कोहल लेने के बाद खुद को कुछ देर रिलेक्स महसूस करते हैं। अल्कोहल नहीं मिलने से वह निगेटिव सोचने लगते हैं। परेशान होने की बजाए घर में अपनों के साथ समय बिताएं और बच्चों के साथ खेलें। पॉजिटिव सोच रखें। मन पंसद संगीत सुने अकेले हैं तो दोस्तों से फोन पर बात करते रहे।

डॉ। हेमा खन्ना, साइकोलॉजिस्ट

लॉकडाउन के दौरान जिन लोगों को अल्कोहल नहीं मिल पा रहा है वह परेशान तो होते हैं। इसमें जो डेली अधिक अल्कोहल यूज करते हैं उनको प्रॉब्लम होती है। पहले की अपेक्षा लोगों की कॉल्स बढ़ी हैं तो उन्हें फोन पर परामर्श दिया जा रहा है।

शारिक खान, डायरेक्टर निर्वाण नशा उन्मूलन सेंटर