- एक महीने से ठप पड़ा रेलवे स्टेशन रोड चौड़ीकरण का काम

- होटल संचालकों समेत टूरिस्ट्स के लिए मुसीबत बने गढ्डे

GORAKHPUR: मोहद्दीपुर से जंगल कौडि़या तक बनाए जा रहे फोरलेन को लेकर रेलवे स्टेशन रोड पर खोदे गए गढ्डे राहगीर, टूरिस्ट्स और होटल संचालकों के लिए मुसीबत बन गए हैं। यहां सड़क चौड़ीकरण के नाम पर चल रहा काम पिछले एक महीने से ठप पड़ा है। जिसकी वजह से सड़क किनारे खोदे गए गढ्डे यूं हो छोड़ दिए गए हैं। हाल ये कि स्टेशन रोड पर स्थित होटल्स में जाने वाले लोग जान जोखिम में डालकर बांस के बने पुल को क्रॉस कर आने-जाने को मजबूर हैं। वहीं जिम्मेदार हैं कि एक महीने से मौके पर किसी अधिकारी ने मुआयना करने तक की जहमत नहीं उठाई है। इसकी कंप्लेन सामने आने पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने मौके का हाल जाना तो जिम्मेदारों की उदासीनता की पोल खुलती नजर आई।

एक महीने से ठप है काम

बता दें, सितंबर से फरवरी के बीच सिटी आने वाले देशी- विदेशी टूरिस्ट्स की तादाद बढ़ जाती है। गोरखपुर होते हुए वे कुशीनगर, सारनाथ, लुंबनी आदि जगहों पर घूमने जाते हैं। ज्यादातर टूरिस्ट ठहराव के लिए स्टेशन रोड स्थित होटल्स को बेहतर ऑप्शन मानते हैं। लेकिन मोहद्दीपुर से जंगल कौडि़या तक हो रहे सड़क चौड़ीकरण के काम की गति ने होटल संचालकों व टूरिस्ट्स के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। एक महीने से ये काम ठप है जिसके चलते नाले के निर्माण के लिए सड़क किनारे खोदे गए गढ्डे खुले पड़े हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम मंगलवार दोपहर यहां पहुंची तो स्टेशन रोड स्थित होटल्स में आ-जा रहे लोग काफी परेशान दिखे। गढ्डों पर जुगाड़ के भरोसे बने बांस के पुल पर लोग किसी तरह संभलकर गुजर रहे थे। कई होटल संचालकों का कहना था कि बदहाल पड़ी सड़क के चलते शाम ढलने के बाद स्टेशन पर पहुंचने वाले टूरिस्ट्स होटल्स में ठहरने से कतारते हैं। खुले गढ्डों पर बनाए गए बांस के पुल पर कई बार तो फिसलने का डर बना रहता है।

नहीं नजर आ रहे मजदूर

सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीडब्ल्यूडी केअधिकारियों को मोहद्दीपुर-जंगल कौडि़या फोरलेन को लेकर तेजी से काम करने के निर्देश दिए थे। लेकिन काम में तेजी तो क्या पिछले एक महीने से रेलवे स्टेशन रोड पर कोई भी मजदूर नजर नहीं आया है। सड़क किनारे नाला निर्माण के लिए दस फुट तक खोदे गए गढ्डे खुले पड़े हैं। लेकिन इस समस्या के समाधान के लिए ना तो पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के पास इतना वक्त नहीं है कि वे मौके का मुआयना कर काम में तेजी लाएं और ना ही जिला प्रशासन ही निर्माण कार्य की गति को लेकर पीडब्ल्यूडी के जिम्मेदारों से सवाल-जवाब कर रहे हैं। जबकि बीते दिनों सीएम ने पीडब्ल्यूडी केमुख्य अभियंता एसपी सक्सेना और राष्ट्रीय मार्ग गोरखपुर के कार्य अधीक्षक एमके अग्रवाल के साथ मोहद्दीपुर-जंगल कौडि़या फोरलेन की प्रगति को लेकर विस्तार से चर्चा की थी। अधिकारियों ने बताया था कि रेलवे स्टेशन रोड, धर्मशाला, गोरखनाथ मंदिर रोड से लेकर बरगदवां तक अतिक्रमण को लेकर नोटिस दी गई है। इस पर सीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया था कि जिनकी भी जमीन ली जाए उन्हें वाजिब मुआवजा दिया जाए। निर्माण कार्य में देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मोहद्दीपुर से जंगल कौडि़या के बीच 17.5 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क बनाई जाएगी। इस पर 312 करोड़ रुपए खर्च होंगे। नेशनल हाइवे ने टेंडर प्रक्रिया पूरी करते हुए निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। गोरखनाथ मंदिर के आसपास की सड़कों की दोनों पटरियां 10-10 मीटर की रहेंगी।

वर्जन

काम में ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। रेलवे स्टेशन रोड पर आने वाले मुसाफिरों को दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। इसके लिए पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की जाएगी।

जयंत नार्लीकर, कमिश्नर, गोरखपुर मंडल