RANCHI:राजधानी रांची रेड जोन में है और बड़ी तेजी से ऑरेंज जोन की तरफ बढ़ रही है। यह खुशी की बात है, लेकिन इसके साथ ही कई सवाल भी खड़े हो जा रहे हैं। रेड जोन में टेस्ट का लो रेट होना इन्फेक्शन के खतरे को हाई रेट की तरफ ले जा रहा है। कहने का मतलब यह है कि अगर रेड जोन में ही टेस्ट काफी कम होंगे तो निश्चित तौर पर रिपोर्ट में भी पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती चली जाएगी। राजधानी की 30 लाख की आबादी में अब तक करीब 7000 कोविड-19 टेस्ट किए गए हैं। 29 लाख 90 हजार से भी ज्यादा लोग अब तक टेस्ट के दायरे से बाहर हैं। ऐसे में राजधानी का ऑरेंज जोन की तरफ पड़ता हुआ कदम कभी भी तेज झटके के साथ रुक सकता है।

कंटेनमेंट जोन में भी टेस्ट सुस्त

रेड स्पॉट घोषित होने के साथ ही राजधानी में 16 से ज्यादा कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इनमें हिंदपीढ़ी भुइया टोली, बास टोली बेड़ो, नेताजी नगर, इमली चौक जैसे कई इलाके भारी जनसंख्या वाले हैं। इन इलाकों में भी कांटैक्ट ट्रेसिंग के सहारे कुछ जांच की गई तो कुछ लोगों को क्वारंटीन किया गया, लेकिन सामूहिक जांच नहीं होने के कारण अब भी खतरा बरकरार है।

वायरस डीएक्टिवेट होने का खतरा

रिम्स सूत्रों की मानें तो राजधानी समेत कई जिलों के सैंपल टेस्ट होने बाकी हैं। अधिकतर सैंपल पेंडिंग लिस्ट में हैं, लेकिन जो सबसे बड़ी समस्या है वो ये की करीब 72 घंटों के बाद सैंपल्स में पॉजिटिव वायरस भी डीएक्टिवेट होने लगते हैं। ऐसे में सैंपल की जांच में कन्फर्म नहीं हो पाएगा कि वो पॉजिटिव है या नहीं। सूत्रों की मानें तो राजधानी के कई सैंपल्स की जांच 72 घंटों के बाद भी की गई, इसलिए रिपोर्ट में काफी संशय है।

ये है आंकड़े

पूरे झारखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 290 केस सामने आए हैं। 02 और कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने के बाद रांची जिला में अब कोरोना के 12 ही एक्टिव केस रह गए हैं। अब तक रांची जिले में कोरोना संक्रमण के कुल 105 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 91 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। 02 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसमें एक मरीज की कोविड-19 जांच रिपोर्ट मौत से पहले, जबकि दूसरे मरीज की जांच रिपोर्ट मौत के बाद नेगेटिव आई थी।

देर से शुरू हो रहा आरटी-पीसीआर एप्प के जरिए सैम्पल डाटा कलेक्शन

रांची जिले में देर ही सही लेकिन कोरोना संदिग्धों के सैंपल टेस्ट अब पूरी तरह ऑनलाइन एप के जरिए रजिस्टर्ड करने की तैयारी की जा रही है। एनआईसी दिल्ली द्वारा तैयार किए गए मोबाइल एप आरटी-पीसीआरके माध्यम से हर नागरिक का सैंपल डाटा इस एप्प में स्टोर किया जाएगा, जिसकी मदद से संबंधित व्यक्ति तक कोविड-19 टेस्ट रिजल्ट को एसएमएस के माध्यम से भेज दिया जाएगा। इसके साथ ही आईसीएमआर के पास कुल पॉजिटिव या नेगेटिव केस की पूरी जानकारी भी समुचित रूप से उपलब्ध रह सकेगी। विदित हो कि ऑफलाइन डाटा का रिकॉर्ड भी अधिकारियों के लिए ही पहेली बनी हुई है। एनआईसी रांची के जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी शिव बनर्जी ने ऑफलाइन व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से बंद किए जाने की बात कही है।

एसएमएस से आएगी रिपोर्ट

साथ ही सैंपल देने वाले आम नागरिकों को भी जांच की रिपोर्ट जाने के बारे में भी असमंजस नहीं रहेगा। टेस्ट रिजल्ट आने के साथ जैसे ही ऑनलाइन डाटा का सब्मिशन किया जाएगा, उसके ठीक बाद सभी को एसएमएस के माध्यम से जांच का स्टेटस मोबाइल में भेज दिया जाएगा। अगर कोई भी व्यक्ति यह जानना चाहता है कि कौन-कौन से सैंपल कलेक्शन सेंटर आरटी-पीसीआर की सूची में सम्मिलित हैं तो वो इसकी जानकारी वेबसाइट पर देख सकते हैं।

यहां बने आरटी-पीसीआर कलेक्शन सेन्टर

रिम्स रांची, नाला रोड हिन्दपीढ़ी रांची, सदर हॉस्पिटल रांची, पारस एचईसी हॉस्पिटल धुर्वा, इटकी आरोग्यशाला, डॉ लाल पैथलैब करमटोली चौक, रांची, पाथकाइंड डायग्नोस्टिक मंगल टॉवर, कांटाटोली, राज्य कलेक्शन सेंटर अशोक नगर, रांची, एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर(बरियातू, डॉ केके सिन्हा के आवास के पास), मिल्ट्री हॉस्पिटल नामकुम, अलीशा रेडियो लैब(पाथकाइंड) आदिल कॉम्प्लेक्स बरियातू, आरपी पैथलैब इटकी रोड (कटहल मोड़ के पास) रांची। इन जगहों पर आरटी-पीसीआर एप्प के जरिए सैंपल कलेक्शन की सुविधा उपलब्ध है।