-सभी सेंटर्स पर शुरू हुआ मूल्यांकन, इसके बाद भी बहुत कम चेक हुई कॉपियां

- 6.18 लाख कॉपियां अभी तक हो जानी चाहिए थीं चेक

बरेली :

यूपी बोर्ड की कापियों को मूल्यांकन पिछले छ: दिनों से शहर के पांच सेंटर्स पर चल रहा है. जिसमें चार सेंटर ऐसे है जिसमें टीजीटी की परीक्षा के कारण मूल्यांकन पिछले 10 मार्च से मूल्यांकन चल रहा है. लेकिन सभी केंद्रों की कॉपियों को मिलाकर अभी तक सिर्फ 60 हजार कॉपियां चेक हो पाई हैं जबकि को ही मूल्यांकन हो पाया है. जबकि 6.18 लाख कॉपियां चेक हो जानी चाहिए थी. पांचों केंद्रों को मिलाकर कुल 2042 एग्जामिनर और 217 डीएचई तैनात किए हैं. इसके बावजूद बहुत ही धीमी गति से मल्यांकन किया जा रहा है. मूल्यांकन में तैनात डीएचई और एग्जामिनर पर अफसरों की चेतावनी का भी असर नहीं दिखाई दे रहा है.

ऐसे तो लग जाएंगे कई महीने

सेंटर्स पर तैनात डीएचई और एग्जामिनर मानकों के हिसाब से कॉपियां नहीं चेक नहीं कर रहे हैं. एक एग्जामिनर को कम से कम 50 कापियां और एक डीएचई को करीब 20-30 कापियां जांचने का आदेश है. लापरवाही के चलते अभी तक कुल 6 लाख 18 हजार 25 कॉपियां चेक हो जानी चाहिए, लेकिन अभी तक कुल 60 हजार कॉपियां ही चेक हुई हैं.

रिलीव नहीं हो रहे टीचर

इस्लामियां इंटर कॉलेज में संस्कृत और गृह विज्ञान के न तो डीएचई पूरे पहुंच रहे है और न ही एग्जामिनर. जिसकी वजह से इन दोनों सब्जेक्ट का मूल्यांकन तो बिल्कुल खटाई में पड़ा हुआ है. वहीं कुछ सेंटर्स का कहना है कि एग्जामिनर और डीएचई तो सही लगाए गए हैं, लेकिन कई स्कूल ऐसे है जो उन्हें रिलीव ही नहीं कर रहे है. जिसकी वजह से वो अबसेंट चल रहे है. इससे मूल्यांकन कार्य बाधित हो रहा है.

कैसे पूरा होगा दावा

एक तरफ जहां अभी तक मूल्यांकन ट्रैक पर आ नहीं पाया है. वहीं दूसरी तरफ अफसर सही समय से मूल्यांकन का दावा कर रहे है. डीआईओएस डॉ. अचल कुमार मिश्रा ने बताया कि इस बार प्रश्न पत्र कम होने से कॉपियां की संख्या भी घट गई है. जहां परीक्षक नहीं पहुंचे हैं, वहां व्यवस्था कराई जा रही है. मूल्यांकन सही समय से निपट जाएगा.