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RANCHI: अगर आपको अचानक टॉयलेट जाना पड़ जाये और उसमें आपको पानी न मिले तो फिर इंसल्ट फील होना स्वाभाविक है। लेकिन रांची रेलवे स्टेशन पर जो टॉयलेट लगवाया गया है वो अपने आप में बिल्कुल अलग है। इसकी खास बात यह है कि इस टॉयलेट में पानी न होने पर इसका दरवाजा ही नहीं खुलेगा। ऐसे में आपको दूसरा टॉयलेट विजिट करना होगा। जी हां, रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर फूड प्लाजा के बगल में एरम साइंटिफिक कंपनी ने यह टॉयलेट लगवाया है। रांची डिवीजन की ओर से जल्द ही अन्य प्लेटफॉ‌र्म्स पर भी इसे लगाने की तैयारी है।

हाइजेनिक के साथ, स्मार्ट भी
स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर लगे ई-टॉयलेट में पांच रुपए का सिक्का डालने पर लाइट जल उठती है। वहीं गेट भी ओपन हो जाता है। पैसेंजर टॉयलेट यूज करने के बाद जैसे ही बाहर निकलता है तो उसमें ऑटोमैटिक फ्लश एंड फ्लोर वाश हो जाता है। इससे दूसरे यूजर को बिल्कुल साफ टॉयलेट मिलता है। ऐसे में किसी भी तरह का इंफेक्शन होने का डर नहीं रहता है। फैसिलिटी के हिसाब से यह टॉयलेट हाइजेनिक होने के साथ ही स्मार्ट भी है। इसकी मॉनिटरिंग ऑनलाइन भी की जा सकती है।

सिक्का डालते ही जलेगी लाइट
टॉयलेट के बाहर वेंडिंग मशीन की तरह ही सिक्का डालने की व्यवस्था है। जिसमें सिक्का डालते ही टॉयलेट का एग्जास्ट फैन भी ऑन हो जाता है। वहीं बाहर निकलते ही लाइट और फैन अपने आप ही ऑफ हो जाते हैं। इससे रेलवे को बिजली की भी बचत हो रही है। इसके अलावा अगर कोई टॉयलेट में अंदर है तो बाहर एक लाइट जलती रहती है। जिससे बाहर इंतजार कर रहे पैसेंजर को पता चल जाता है कि अंदर कोई है। और टॉयलेट गया पैसेंजर जैसे ही बाहर निकलता है लाइट बुझ जाती है। इसके बाद दूसरा यूजर जैसे ही सिक्का डालता है तो लाइट फिर जल उठती है।

क्या-क्या है इ-टॉयलेट में

-ऑटोमैटिक लाइट एंड एग्जास्ट फैन

-ऑटोमैटिक फ्लश एंड फ्लोर वाश

-हेल्थ फॉसेट

-वॉश बेसिन

इ-टॉयलेट का कॉसेप्ट बिलकुल नया है। सभी चीजें ऑटोमैटिक हैं इसलिए पैसेंजर्स को दिक्कत भी नहीं होती है। अगर पानी न हो तो टॉयलेट का गेट ही नहीं खुलेगा। रिस्पांस को देखते हुए और भी टॉयलेट लगाए जाएंगे।
सुहास लोहकरे, एसपीआरओ, रांची डिवीजन