- बिजली बिल के मैसेज में दिख रहा सिर्फ अमाउंट, यूनिट की नहीं कोई डिटेल

- यूपीपीसीएल के स्मार्ट कंज्यूमर एप पर रजिस्ट्रेशन ही हो जा रहा फेल

GORAKHPUR: सिटी के 1.40 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाने की कवायद सुविधा देने की बजाए गोरखपुराइट्स को टेंशन देने लगी है। मैसेज पर आ रहे बिजली बिल में जहां सिर्फ एमाउंट आने से कंज्यूमर्स परेशान हैं। वहीं, अब एलएंडटी कंपनी की ओर से तक डिटेल्स फीड ना किए जाने के चलते यूपीपीसीएल स्मार्ट कंज्यूमर एप पर रजिस्ट्रेशन भी फेल हो जा रहा है। जिसकी वजह से लोग ये जान ही नहीं पा रहे कि महीने में उन्होंने कितनी यूनिट बिजली जलाई है।

बिल का आया मैसेज, यूनिट का पता नहीं

बता दें, तीन साल से चल रही प्रक्रिया के बाद सिटी के 1.40 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाने की जिम्मेदारी ईईएसएल को मिली है। ईईएसएल ने मीटर लगाने का ठेका एलएंडटी कंपनी को सौंपा है। स्मार्ट मीटर लगाए जाने की प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई है लेकिन कंज्यूमर्स के मोबाइल पर आने वाले मैसेज में सिर्फ बिल का अमाउंट आ रहा है। उसमें महीनेभर खपी बिजली की डिटेल गायब है जिसके चलते लोग परेशान हैं।

एप भी नहीं आ रहा काम

वहीं एलएंडटी कंपनी का दावा था यूपीपीसीएल स्मार्ट कंज्यूमर एप के जरिए कंज्यूमर्स घर बैठे ही यूनिट समेत टीवी, फ्रिज, मोटर, पंखा व बल्ब आदि के कंज्यूमिंग की डिटेल्स भी जान सकेंगे। लेकिन कंज्यूमर्स का कहना है कि एप पर रजिस्ट्रेशन ही फेल हो जा रहा है। एलएंडटी कंपनी के इंप्लॉई विजय का कहना है कि कंपनी की ओर से ज्यादातर कंज्यूमर्स की डिटेल्स ही अपलोड नहीं की गई हैं जिसकी वजह से ये प्रॉब्लम आ रही है। विजय ने बताया कि यूपीपीसीएल स्मार्ट कंज्यूमर एप में रजिस्ट्रेशन उसी का होगा जिसका नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी फीड होगा। इसकी प्रक्रिया भी चल रही है।

केस 1

पादरी बाजार एरिया के रहने वाले गुड्डू के घर पर करीब दो महीने पहले स्मार्ट मीटर लगाया गया था। जब बिजली बिल का मैसेज आया तो अमाउंट तो दर्ज था लेकिन खपत की डिटेल नहीं थी। इसे लेकर परेशान कंज्यूमर ने यूपीपीसीएल स्मार्ट कंज्यूमर एप पर रजिस्ट्रेशन की कोशिश की तो पता चला कि उनकी डिटेल ही फीड नहीं हुई है।

केस 2

वहीं, सूरजकुंड एरिया के विशाल भी इसी समस्या से परेशान हैं। वे बताते हैं कि स्मार्ट मीटर लगने के दो महीने बाद बिजली बिल का मैसेज आया लेकिन यूनिट कितना खर्च हुआ इसकी कोई प्रॉपर डिटेल उसमें नहीं थी। एप के जरिए जानने की कोशिश की तो रजिस्ट्रेशन ही नहीं हो रहा है।

कोट्स

स्मार्ट मीटर जिस तेजी से लगाए गए, वैसे ही बिजली का बिल भी समय से दिया जाना चाहिए। बिल का मैसेज दो महीने बाद आया भी तो कितने यूनिट खर्च हुआ इसकी कोई जानकारी ही नहीं मिल पा रही है।

गुड्डू, पादरी बाजार

स्मार्ट मीटर लग गया है। बिजली का बिल भी मोबाइल फोन पर आ रहा है। लेकिन एप का पता ही नहीं चला। कौन से एप के जरिए कंज्यूमिंग देखनी है, कम से कम इसके बारे में जानकारी तो देनी चाहिए।

संजय शर्मा, पादरी बाजार

बिजली का बिल दो महीने पर आया लेकिन मैसेज जो आ रहा है वो टेंशन दे रहा है। यूनिट कितना खर्च हुआ इसकी भी प्रॉपर जानकारी होना चाहिए। एप भी काम नहीं कर रहा।

विशाल श्रीवास्तव, सूरजकुंड

वर्जन

सिटी के 1.40 लाख कनेक्शनों पर स्मार्ट बिजली मीटर लगाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। रहा सवाल बिल का तो मैसेज के जरिए जानकारी दी जा रही है। यूनिट खपत भी एप के जरिए कंज्यूमर्स जान सकेंगे। इसकी ज्यादा जानकारी एलएंडटी कंपनी के कर्मचारी ही दे पाएंगे।

- ई। यूसी वर्मा, एसई सिटी