तेहरान (एएफपी)। भारत के साथ ईरान में भी वायु प्रदूषण का कहर देखने को मिला है। इसके चलते शनिवार को ईरान की राजधानी तेहरान सहित कई शहरों में स्कूल और विश्वविद्यालय बंद रखे गए। कई इलाकों में जहां गहरा धुंध छाया रहा, वहीं भारी ट्रैफिक, फैक्टि्रयों से होने वाले प्रदूषण और बारिश की कमी के कारण हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई है। बता दें कि वायु प्रदूषण पर बुलाई गई आपातकालीन समिति की बैठक के बाद तेहरान में स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों को बंद रखने का आदेश शुक्रवार देर रात डिप्टी गवर्नर मुहम्मद तागीजादेह ने जारी किए।

राजधानी में ट्रक आने पर लगाया प्रतिबंध

स्थानीय मीडिया ने डिप्टी गवर्नर के हवाले से बताया है कि बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर स्कूल और विश्वविद्यालय सहित तेहरान प्रांत के सभी उच्च शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। इसके अलावा तेहरान की सड़कों पर निजी वाहनों की संख्या को सीमित करने के लिए ऑड-इवेन योजना को लागू किया गया है। वहीं, तेहरान की सीमा के अंदर ट्रक आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। एहतियात के तौर पर युवाओं और बुजुर्गो के साथ-साथ जिन लोगों को सांस की बीमारी है, उन्हें घर के अंदर रहने की हिदायत दी गई है। साथ सभी खेल गतिविधियों को भी स्थगित कर दिया गया है।

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खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अस्सी लाख की जनसंख्या वाले तेहरान शहर में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। सरकारी मीडिया ने इस वर्ष की शुरुआत में स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से बताया था कि वायु प्रदूषण के कारण ईरान के शहरों में हर साल लगभग तीस हजार लोगों की मौत हो रही है। सर्दियों के दौरान तेहरान में समस्या और भी बदतर हो जाती है। पिछले साल जारी विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, तेहरान में होने वाले अधिकांश प्रदूषण की वजह भारी वाहन, बाइक, रिफाइनरी और बिजली संयंत्र हैं।

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