आगरा। एसएन मेडिकल कॉलेज को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने के लिए करीब सौ करोड़ की लागत से छह मंजिला सुपरस्पेशियलिटी बिल्डिंग तैयार की गई। महज चार साल के अंदर ही बिल्डिंग जवाब देने लगी है। कभी फॉल सीलिंग तो कभी झड़ता हुआ प्लास्टर मरीजों की जान के लिए जोखिम बना हुआ है। रविवार को नई सर्जरी बिल्डिंग के दूसरी मंजिल पर अचानक से फॉल सीलिंग गिर गई, जिससे मरीज की जान बाल-बाल बची। इससे पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। इससे मरीजों की सुरक्षा पर सवालिया निशान लग रहे हैं। सरकार ने भले ही मरीजों को बेहतर इलाज देने के लिए करोड़ों रूपए खर्च कर दिए हों, लेकिन मरीज बिल्िडग के अंदर ही सुरक्षित नहीं हैं।

पहले भी टले हैं हादसे

एसएन बिल्डिंग के नई सर्जरी बिल्डिंग में अभी से ही फॉल सीलिंग गिरने लगी है। बाहर लगा हुआ प्लास्टर भी मरीजों के लिए जोखिम बना हुआ है। कुछ माह पहले बर्न वार्ड में फॉल सीलिंग गिरी थी उस समय वार्ड में मरीज भर्ती थे। फॉल सीलिंग गिरने से मरीज बाल-बाल बचे थे। वहीं बाहर प्लास्टर गिरा था। उस समय बिल्डिंग से सट कर कई तीमारदार बैठे हुए थे। हादसे के दौरान मरीज तेज आवाज सुनते ही भागे थे। अगर समय पर तीमारदार नहीं भागते तो कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था।

फायर फाइटिंग सिस्टम में भी हुआ घपला

मरीजों की सुरक्षा के लिए बिल्डिंग में बड़ी तादाद में फायर फाइटिंग सिस्टम लगना था, जिसका बजट करीब एक करोड़ निर्धारित किया गया था। बिल्डिंग चालू भी कर दी गई, लेकिन उपकरणों को नहीं लगाया गया। फायर फाइटिंग सिस्टम को चालू करने के लिए पानी की पाइप लाइन बिछनी थी, उसे भी नहीं बिछाया गया। एसएन की नई सर्जरी बिल्डिंग में फायर अलार्म भी लगना था, जिससे कोई अनहोनी होने पर इंडिकेशन मिल सके। उसमें भी अधिकारियों ने मिलीभगत करके करोड़ों डकार लिए। अगर कोई हादसा होता है तो आग से बचने के नई सर्जरी में कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है।

सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम भी हुआ फेल

एसएन की नई सर्जरी बिल्डिंग को एडवांस और हाइटेक बनाने के लिए उसे सेंट्रलाइज्ड एसी से युक्त बनाया गया था, जिसके लिए तीन कूलिंग टावर बनाए गए थे। गड़बड़झाला के चलते एक ही कूलिंग टावर चालू हो सका। तपती गर्मी में मरीजों का हाल-बेहाल हो जाता है। मरीज गर्मी से बिलबिलाने लगते हैं। मरीजों के लिए गर्मी के दिनों में कूलर लगाए गए.् एक दो दिन के बाद वह भी नदारद हो गए।

नई सर्जरी बिल्डिंग में है कई विभाग

एसएन मेडिकल कॉलेज की नई सर्जरी बिल्डिंग में कई विभाग हैं। जिसमें करीब 200 से ज्यादा मरीज भर्ती रहते हैं। इस बिल्डिंग में अस्थि रोग, नाक, कान और गला, सर्जरी विभाग समेत बर्न वार्ड और आईसीयू भी हैं, जिसमें गंभीर को रखा जाता है। एसएन की सबसे एडवांस सुविधाओं से लैस यही बिल्डिंग है, जिसकी हकीकत महज चार साल में ही दरकने लगी है।