फैशन करो, ठंड से बचो और चेन बचाओ
 
 
 
Snatchers are active in winter season
 

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Allahabad : कड़ाके की ठंड से जहां आम व खास सभी परेशान हैं। लोगों का घरों से निकलना तक दूभर हो गया है। लेकिन बदमाश अपनी कारगुजारी से बाज नहीं आ रहे। इस ठंड में भी ताबड़तोड़ चेन स्नैचिंग की घटनाएं हो रही हैं.ऐसे मामले में पुलिस बस लकीर पीटती नजर आती है। पिछले तीन दिनों में चेन स्नैचर्स ने आधे दर्जन से ज्यादा घटनाओं को अंजाम दिया है। थर्सडे को भी दो अलग-अलग घटनाओं में एक महिला से जहां घर के बाहर वहीं एक युवती से बदमाशों ने भारत स्काउट गाइड के पास चेन स्नैचिंग कर ली.
 
घर के बाहर खड़ी महिला की खींच ली चेन
 
तेलियरगंज के रहने वाले मानवेन्द्र प्रताप सिंह की वाइफ ममता सिंह अपने घर के बाहर खड़ी थीं। वेडनसडे को अचानक बाइक से दो लड़के पहुंचे। उन्होंने ममता के गले से सोने की चेन छीन ली और भाग निकले। ममता ने शोर मचाया लेकिन तब तक बदमाश भाग चुके थे। बाइक सवार बदमाशों ने हेलमेट पहन रखा था. 
 
शोर मचाती रह गई
 
वेडनसडे को भारत स्काउट गाइड के पास से बाइक सवार बदमाशों ने एक  युवती को अपना शिकार बनाया। उसका चेन छीनकर भाग निकले। युवती इस घटना से स्तब्ध रह गई। उसने शोर मचाया तो कुछ लोग वहां पहुंचे लेकिन किसी ने बाइक सवार बदमाशों को पकडऩे की कोशिश नहीं थी। किसी ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। लेकिन युवती को पुलिस पर भरोसा नहीं था। उसे लगा कि पुलिस से कंप्लेन करने से कोई फायदा नहीं। ऐसे में वह चुपचाप वहां से निकल गई. 
 
Senior citizen  को बनाया था शिकार
 
ट्यूजडे को सिविल लाइंस की रहने वाली सीनियर सिटीजन पुष्पा खरे जार्जटाउन एरिया में स्थित एक हॉस्पिटल गई थी। वहां से वह पैदल ही अपने घर की लिए निकली थीं। रास्ते में संगम पेट्रोल पंप के पास बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें अपना टारगेट बनाया और उनके गले से सोने की चेन छीनकर भाग निकले। जार्जटाउन पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन उसे बाइक सवार बदमाशों का कोई क्लू हाथ नहीं लगा. 
 

GHS के पास हुई शिकार
 
मंडे को भी शहर के पॉश एरिया सिविल लाइंस में एक युवती गल्र्स हाई स्कूल के पास बाइक सवार बदमाशों का शिकार बनी। उसका घर भी वहीं पास में था। युवती के गले से बाइक सवार बदमाशों ने सोने की चेन छीनकर भाग निकले.इस घटना की जानकारी मिलते ही उसकी मां भी पहुंच गई। उन्होंने अपना आक्रोश तो जताया लेकिन पुलिस से कंप्लेन नहीं की. 
 
बदमाश हैं बेहद active
 
ये एग्जांपल तो बानगी भर हैं। शहर में स्नेचिंग की घटनाएं होती ही रहती है। लेकिन जाड़े में चेन स्नेचिंग की घटनाएं होना थोड़ा अलग बात है। क्योंकि बदमाश भी मान लेते हैं कि जाड़े में महिलाएं घर से बाहर निकलती हैं तो स्वेटर पहनी रहती हैं या फिर शॉल के कारण चेन ढका रहता है। ऐसे में स्नेचिंग की घटनाएं कम ही होती हैं। बावजूद इसके जिस तरह से शहर में स्नेचिंग की घटनाएं हो रही हैं उसको देखकर तो साफ जाहिर है कि बदमाश जाड़े में भी उस तरह से एक्टिव हैं जैसे हर समय रहते हैं. 
 
Stole बन सकता है safe option 
 
जाड़े में गले में कुछ न पहनना थोड़ा अजीब है। पुलिस की मानें तो महिलाओं को थोड़ा एलर्ट रहने की जरुरत है। जाड़े के मौसम में अगर वे चेन पहन कर निकलती हैं तो ठंड से बचने के लिए ही सही वे स्टोल या स्कार्फ का यूज करें। अगर वे फैशन में भी ऐसा करती हैं तो वे ठंड के साथ-साथ खुद की सिक्योरिटी भी कर लें। क्योंकि स्टोल यूज करने से एक तो उन्हें ठंड नहीं लगेगा और दूसरा सोने की चेन किसी को दिखेगा नहीं। ऐसे में बाइक सवार बदमाश उन्हें कभी टारगेट बनाने की नहीं सोचेंगे. 
 
पॉश एरिया में खतरा
 
चेन स्नेचिंग की घटना सबसे ज्यादा शहर के पॉश एरियाज में ही होती है। सबसे ज्यादा चेन स्चेनिंग सिटी से सिविल लाइंस, कर्नलगंज और जार्जटाउन एरिया में होती है। इसका सबसे बड़ा कारण यहां पर बाइक सवार बदमाशों को सॉफ्ट टारगेट मिल जाता है। ज्यादातर चौड़ी सड़कें हैं जिसका उन्हें फायदा मिलता है। बड़ी आसानी से बदमाश यहां पर चेन स्नेचिंग करने के बाद निकल भागते हैं। कुछ रोड्स पर इतना सन्न्नाटा होता है कि शोर मचाने के बाद भी कोई नहीं पहुंचता है.
 
नहीं हो पाती recovery 
 
अगर आप रसूख वाले हैं तो चेन स्नेचिंग के बाद पुलिस रिपोर्ट तो दर्ज कर लेगी लेकिन उससे कोई फायदा होने वाला नहीं है। क्योंकि रिपोर्ट दर्ज करने का यह मतलब नहीं है कि आपकी लूट हुई चीजें मिल ही जाएंगी। ऐसा भी नहीं है कि पुलिस बाइक सवार बदमाशों को पकड़ती नहीं है। वे पकड़े भी जाते हैं लेकिन प्राब्लम यह है कि बदमाशों के पास से पुलिस माल की रिकवरी नहीं कर पाती। क्योंकि बदमाश उसे कम दाम पर बेच देते हैं और उसका पैसा शराब में उड़ा चुके होते हैं। कई बार पुलिस ज्वैलरी व्यापारी को भी पकड़ती है लेकिन फिर भी ओरिजिनल माल कम ही मिलता है. 
 

घर के बाहर खड़ी महिला की खींच ली चेन
तेलियरगंज के रहने वाले मानवेन्द्र प्रताप सिंह की वाइफ ममता सिंह अपने घर के बाहर खड़ी थीं। वेडनसडे को अचानक बाइक से दो लड़के पहुंचे। उन्होंने ममता के गले से सोने की चेन छीन ली और भाग निकले। ममता ने शोर मचाया लेकिन तब तक बदमाश भाग चुके थे। बाइक सवार बदमाशों ने हेलमेट पहन रखा था. 

शोर मचाती रह गई
वेडनसडे को भारत स्काउट गाइड के पास से बाइक सवार बदमाशों ने एक  युवती को अपना शिकार बनाया। उसका चेन छीनकर भाग निकले। युवती इस घटना से स्तब्ध रह गई। उसने शोर मचाया तो कुछ लोग वहां पहुंचे लेकिन किसी ने बाइक सवार बदमाशों को पकडऩे की कोशिश नहीं थी। किसी ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। लेकिन युवती को पुलिस पर भरोसा नहीं था। उसे लगा कि पुलिस से कंप्लेन करने से कोई फायदा नहीं। ऐसे में वह चुपचाप वहां से निकल गई. 

Senior citizen  को बनाया था शिकार
ट्यूजडे को सिविल लाइंस की रहने वाली सीनियर सिटीजन पुष्पा खरे जार्जटाउन एरिया में स्थित एक हॉस्पिटल गई थी। वहां से वह पैदल ही अपने घर की लिए निकली थीं। रास्ते में संगम पेट्रोल पंप के पास बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें अपना टारगेट बनाया और उनके गले से सोने की चेन छीनकर भाग निकले। जार्जटाउन पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन उसे बाइक सवार बदमाशों का कोई क्लू हाथ नहीं लगा. 

GHS के पास हुई शिकार
मंडे को भी शहर के पॉश एरिया सिविल लाइंस में एक युवती गल्र्स हाई स्कूल के पास बाइक सवार बदमाशों का शिकार बनी। उसका घर भी वहीं पास में था। युवती के गले से बाइक सवार बदमाशों ने सोने की चेन छीनकर भाग निकले.इस घटना की जानकारी मिलते ही उसकी मां भी पहुंच गई। उन्होंने अपना आक्रोश तो जताया लेकिन पुलिस से कंप्लेन नहीं की. 

बदमाश हैं बेहद active
ये एग्जांपल तो बानगी भर हैं। शहर में स्नेचिंग की घटनाएं होती ही रहती है। लेकिन जाड़े में चेन स्नेचिंग की घटनाएं होना थोड़ा अलग बात है। क्योंकि बदमाश भी मान लेते हैं कि जाड़े में महिलाएं घर से बाहर निकलती हैं तो स्वेटर पहनी रहती हैं या फिर शॉल के कारण चेन ढका रहता है। ऐसे में स्नेचिंग की घटनाएं कम ही होती हैं। बावजूद इसके जिस तरह से शहर में स्नेचिंग की घटनाएं हो रही हैं उसको देखकर तो साफ जाहिर है कि बदमाश जाड़े में भी उस तरह से एक्टिव हैं जैसे हर समय रहते हैं. 

Stole बन सकता है safe option 
जाड़े में गले में कुछ न पहनना थोड़ा अजीब है। पुलिस की मानें तो महिलाओं को थोड़ा एलर्ट रहने की जरुरत है। जाड़े के मौसम में अगर वे चेन पहन कर निकलती हैं तो ठंड से बचने के लिए ही सही वे स्टोल या स्कार्फ का यूज करें। अगर वे फैशन में भी ऐसा करती हैं तो वे ठंड के साथ-साथ खुद की सिक्योरिटी भी कर लें। क्योंकि स्टोल यूज करने से एक तो उन्हें ठंड नहीं लगेगा और दूसरा सोने की चेन किसी को दिखेगा नहीं। ऐसे में बाइक सवार बदमाश उन्हें कभी टारगेट बनाने की नहीं सोचेंगे. 

पॉश एरिया में खतरा
चेन स्नेचिंग की घटना सबसे ज्यादा शहर के पॉश एरियाज में ही होती है। सबसे ज्यादा चेन स्चेनिंग सिटी से सिविल लाइंस, कर्नलगंज और जार्जटाउन एरिया में होती है। इसका सबसे बड़ा कारण यहां पर बाइक सवार बदमाशों को सॉफ्ट टारगेट मिल जाता है। ज्यादातर चौड़ी सड़कें हैं जिसका उन्हें फायदा मिलता है। बड़ी आसानी से बदमाश यहां पर चेन स्नेचिंग करने के बाद निकल भागते हैं। कुछ रोड्स पर इतना सन्न्नाटा होता है कि शोर मचाने के बाद भी कोई नहीं पहुंचता है।

 नहीं हो पाती recovery
अगर आप रसूख वाले हैं तो चेन स्नेचिंग के बाद पुलिस रिपोर्ट तो दर्ज कर लेगी लेकिन उससे कोई फायदा होने वाला नहीं है। क्योंकि रिपोर्ट दर्ज करने का यह मतलब नहीं है कि आपकी लूट हुई चीजें मिल ही जाएंगी। ऐसा भी नहीं है कि पुलिस बाइक सवार बदमाशों को पकड़ती नहीं है। वे पकड़े भी जाते हैं लेकिन प्राब्लम यह है कि बदमाशों के पास से पुलिस माल की रिकवरी नहीं कर पाती। क्योंकि बदमाश उसे कम दाम पर बेच देते हैं और उसका पैसा शराब में उड़ा चुके होते हैं। कई बार पुलिस ज्वैलरी व्यापारी को भी पकड़ती है लेकिन फिर भी ओरिजिनल माल कम ही मिलता है.