- मसूरी और नैनीताल में आसपास की पहाडि़यां बर्फ से लकदक

- भारी बर्फबारी से बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे बंद, दो दर्जन संपर्क मार्गो पर आवाजाही ठप

DEHRADUN: उत्तराखंड में शुक्रवार को भी बारिश और बर्फबारी जारी रही। मैदानी इलाकों में दिनभर बारिश और ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हुई। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और बागेश्वर के ऊंचाई वाले इलाकों बर्फबारी हुई। पहाड़ों की रानी मसूरी में भी बर्फ की फुहारें गिरी, हालांकि बर्फ टिक नहीं पाई। यह सिलसिला करीब दस मिनट तक चला। वहीं, मसूरी के पास धनोल्टी, सुरकंडा, बुरांशखंडा और नैनीताल के आसपास की पहाडि़यां बर्फ से लकदक हो गई हैं। बर्फबारी से दुश्वारियां बढ़ गई हैं। भारी बर्फबारी के कारण गंगोत्री, यमुनोत्री और बद्रीनाथ हाईवे बंद हैं। दो दर्जन संपर्क मार्गो पर भी आवाजाही ठप हो गई है। प्रदेश में दो सौ से ज्यादा गांव जिला मुख्यालयों से कट गए हैं। कई गांवों में बिजली गुल है।

केदारनाथ में चार फीट बर्फ जमा

शुक्रवार को सुबह से ही प्रदेश के मैदानी इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। पहाड़ से मैदान तक सर्द हवा कंपकंपी छुड़ा रही है। केदारनाथ में करीब चार फीट बर्फ जमा है। पिथौरागढ़ में रातापानी से मुनस्यारी तक भारी बर्फबारी के बीच थल-मुनस्यारी और कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग बंद हो गया है। शुक्रवार सुबह पिथौरागढ़ के पास सड़क निर्माण के दौरान चट्टान दरकने से पचास मीटर सड़क ध्वस्त हो गई। इससे पिथौरागढ़ जाने वाले सैकड़ों वाहन फंस गए। बाद में वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से भेजा गया। शुक्रवार को प्रदेश में मुक्तेश्वर ही सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान शून्य से 1.7 डिग्री सेल्सियस नीचे रिकार्ड किया गया। वहीं मसूरी में यह 1.3 और नई टिहरी में 0.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार दोपहर तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा। इस दौरान 1100 मीटर की ऊंचाई तक के इलाकों में बर्फबारी की संभावना है।

आठ जिलों में स्कूलों में अवकाश

मौसम के मिजाज को देखते हुए प्रशासन ने देहरादून, नैनीताल, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी और चमोली जिलों में एक से 12वीं तक के स्कूल बंद रखने के आदेश दिए हैं। शुक्रवार को भी प्रदेश के सात जिलों में स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया था।