- एक से अधिक जगह मतदाता बने लोगों का पता लगा लेगा सॉफ्टवेयर

- तीन अलग-अलग लेवल पर चेक होंगे नाम, लग सकता है जुर्माना

- विस चुनाव को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग का अभियान शुरू

ALLAHABAD: इससे पहले कि आप के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई हो, खुद पहल करते हुए एक से अधिक जगह वोटर लिस्ट में दर्ज अपना नाम हटवा लीजिए। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने अपना काम शुरू कर दिया है। उधर, मतदाता भी संबंधित फॉर्म भरकर अपना नाम कटवाने की पहल कर रहे हैं। अभियान को बेहतर ढंग से चलाने के लिए बीएलओ ड्यूटी पर भी प्रशासन ने माथा पच्ची शुरू कर दी है।

तहसील में भरें फॉर्म आठ

यूपी विधानसभा चुनाव की हलचल प्रशासनिक खेमे में नजर आने लगी है। राज्य निर्वाचन आयोग से जुड़े अधिकारियों की बैठक में वोटर लिस्ट संशोधन को लेकर रूपरेखा की तैयारी भी होने लगी है। सबसे पहले उन वोटर्स पर नजर रखी जा रही है, जिनका नाम एक से अधिक जगह की वोटर लिस्ट में दर्ज है। ऐसे लोगों के नाम तलाशे जा रहे हैं। जिला निर्वाचन अधिकारियों का कहना है कि तहसीलों या बूथ पर जाकर फॉर्म आठ भरकर नाम कटवाने की अप्लीकेशन दी जा सकती है।

सॉफ्टवेयर खोलेगा पोल

बता दें कि जिले में इस समय 42 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम लिस्ट में दर्ज हैं। वर्तमान में जिला निर्वाचन कार्यालय में बूथ और जिला स्तर पर एक से अधिक एरिया में दर्ज नामों को सर्च करने वाला साफ्टवेयर मौजूद है। इसके साथ स्टेट लेवल पर अलग-अलग लिस्ट में डुप्लीकेसी सर्च करने वाले साफ्टवेयर का इंतजार हो रहा है। अधिकारियों का कहना है जैसे ही यह साफ्टवेयर उपलब्ध होगा, लिस्ट से अधिक संख्या में नाम हटाए जा सकेंगे। बावजूद इसके जिनके नाम नहीं हटाए जा सकेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई किए जाने का प्रावधान है।

ऑनलाइन खोजिए बीएलओ का नाम

अपने एरिया के बूथ लेवल ऑफिसर यानी बीएलओ का नाम सर्च करना भी काफी आसान है। अगर वह नहीं मिल रहा है तो राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट ceo.up.nic.in पर जाकर नो योर बीएलओ लिंक पर सर्च कर सकते हैं। इसमें बीएलओ का नाम समेत उसका पता, डेजिग्नेशन और मोबाइल फोन नंबर भी उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से रिक्त पड़े बीएलओ पदों पर नए लोगों की तैनाती की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।

नए कार्ड मिलने के आसार नहीं

विडंबना यह है कि फॉर्म भरकर संशोधन, नाम कटवाने या नए नाम जुड़वाने का आवेदन तो किया जा सकता है लेकिन नए मतदाता पहचान पत्र मिलने के आसार दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा रंगीन वोटर कार्ड देने की व्यवस्था तो कर दी है लेकिन इनकी छपाई का काम काफी धीमा चल रहा है। जिन कंपनियों को ठेका दिया गया है, उनकी लेटलतीफी मतदाताओं को विचलित कर रही है।

- एक से अधिक जगहों पर वोटर लिस्ट में नाम दर्ज है तो इसका कटवाना बेहद जरूरी है। इसके लिए फॉर्म आठ भरकर अप्लाई किया जा सकता है। बाद में पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है।

केके बाजपेई, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी, इलाहाबाद