परीक्षा के पहले साल्वर गैंग के पास पहुंच गया था पेपर, स्कूल मैनेजर ने किया खुलासा

एसटीएफ का दावा, पेपर स्कूल पहुंचने से पहले ही पकड़े जा चुके थे आरोपित

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परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने शासन के सहयोग से तानाबाना ऐसा बुना था कि परिंदा भी पर न मार सके। इसके लिए हर 11वें अभ्यर्थी पर एक कर्मचारी को लगाया गया था। यह सरकारी पक्ष था। प्राइवेट पक्ष यह था कि आउट ऑफ द वे पूरी गैंग लगी थी जो चुनिन्दा पैसा खर्च पाने में समक्ष लोगों के लिए सुविधा मुहैया कराती। इस गैंग ने सौदा हर लेवल पर तय कर लिया था। स्कूल के मैनेजर सेट हो चुके थे। साल्वर्स की फौज तैयार कर ली गयी थी। बस एक गलती हो गयी। एक दिन में एक कंपनी का एक एजेंट के माध्यम से एक साथ करीब दो सौ सिम एक्टिवेट कराना। इसे तो एसटीएफ ने जैसे सूंघ लिया। महसूस कर लिया कि दाल में कुछ काला है। फाइनली सफलता हाथ लगी तो चौंकाने वाला बड़ा सच सामने था। पांच-पांच लाख रुपये में करीब दो सौ लोगों को सेट किया गया था। यह एमाउंट वे साल्व पेपर मिलने के भरोसे पर देने के लिए तैयार हुए थे। सिविल लाइंस थाने में इस गैंग के सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गयी है।

हेड पोस्टआफिस के पास से गिरफ्तारी का दावा

एसटीएफ की प्रयागराज इकाई के एसपी नवेन्दु सिंह ने बताया कि इस गिरोह को वर्कआउट करने के लिए एसटीएफ के फील्ड ईकाई में शामिल इंस्पेक्टर केशव चन्द्र राय, इंस्पेक्टर अतुल कुमार सिंह अपनी पूरी टीम के साथ लगे थे। सर्विलांस से लोकेशन के जरिए इन्हें ट्रैक किया गया और घेराबंदी के पकड़ा गया। पुलिस के अनुसार घेराबंदी हेड पोस्ट ऑफिस सिविल लाइंस के आसपास की गयी थी। यहीं से सभी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस करके इस पूरे प्रकरण की जानकारी देर शाम मीडिया से शेयर की। इसके पहले ही एक वीडियो वायरल हो गया था। इसमें स्कूल का प्रबंधक चंद्रमा दावा कर रहा था कि पेपर वह लोग साल्व करके भीतर नहीं पहुंचा पाये थे। उसकी बातें संकेत दे रही थीं कि पेपर साल्वर गैंग के पास पहुंच चुका था और वे सेकंड लेवल का वर्क यानी सभी सीरिज के पेपर को साल्व करने में लगे थे। इसी दौरान उन्हें दबोचा गया। एसटीएफ ने इनकी गिरफ्तारी का टाइम सुबह 11 बजे शो किया था, इससे इस आशंका को बल भी मिला। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने यह सवाल उठाया तो ऑफिशियल जवाब आया कि पेपर स्कूल पहुंचने से पहले ही सभी पुलिस की हिरासत में थे। इससे पेपर आउट होने का सवाल ही पैदा नहीं होता।

सुरक्षा में सेंध लगाने के लिए बना चक्रव्यू

संजय उर्फ रमेश उर्फ राकेश सिंह निवासी अशोक नगर ने पूरा सेटअॅप तैयार किया और फिल्डिंग लगायी

टीम ने ऐसे कैंडिडेट्स की लिस्ट तैयार की जो परीक्षा पास करने के लिए आराम से पैसा देने के लिए राजी हो जाएं

पेपर लीक कराने के लिए सेटिंग धूमनगंज एरिया में स्थित पंचम लाल आश्रम उच्चतर माध्यमिक स्कूल के प्रबंधक चन्द्रमा सिंह यादव से की गयी

उमेश उर्फ संजय उर्फ गुरु ने मंगलवार को अश्वनी कुमार श्रीवास्तव के साथ स्कूल में जाकर रेकी की और अपने लिए सुरक्षित स्थान तलाशा

योजना के अनुसार परीक्षा शुरू होते ही पेपर स्कूल से बाहर पहुंच गया

मैनेजर की मदद से अश्वनी ने स्कूल के स्ट्रांग रूम में जाकर पेपर की फोटो क्लिक की और उमेश उर्फ संजय उर्फ गुरु को सेंड कर दिया

इसके बाद उमेश उर्फ संजय और विनोद कुमार साह का काम शुरू हो गया जो पेपर सॉल्व कराकर आंसर अमित यादव को उपलब्ध कराता।

अमित यादव ने इसके लिए तैयारी करने वाले छात्रों से सेटिंग कर रखी थी।

सभी को एक नेटवर्क पर लाने और एक साथ मैसेज सेंड करने के लिए 180 मोबाइल हैंडसेट इस्तेमाल किये गये

सभी के लिए हाल ही में मिस खरीदा गया था। सिम प्री एक्टीवेटेड था

अभ्यर्थियों को अलग-अलग नम्बर पहले ही दे दिए गए थे और बताया गया था कि परीक्षा केन्द्र में घुसने के डेढ़ घंटे पहले दिए गए नम्बरों पर कॉल करें।

एक कमरे में अमित यादव और सॉल्वर सभी 180 मोबाइल लेकर बैठे थे

कॉल को ब्लू टूथ स्पीकर डिवाइस के से कनेक्ट करके सॉल्वर सभी सीरिज का आंसर नोट कराता।

अभ्यर्थी आंसर की की चिट बनाकर परीक्षा केन्द्र में प्रवेश कर जाता और ओएमआर शीट पर सही उत्तर अंकित कर देता

सब कुछ एग्जैक्ट प्लान के अनुरूप था लेकिन सर्विलांस के जरिए कॉल ट्रैकिंग ने सिस्टम को सेंध लगाने के मंसूबे पर पानी फेर दिया

गिरफ्तार और उनकी जिम्मेदारी

सरगना- संजय उर्फ रमेश उर्फ राकेश सिंह पुत्र रघुनंदन सिंह निवासी अशोक नगर

चंद्रमा सिंह यादव पुत्र बर्फी लाल, प्रबंधक पंचम लाल आश्रम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, धूमनगंज

अश्वनी कुमार श्रीवास्तव पुत्र कृष्ण देव लाल, एडीए कालोनी नैनी, मूल निवासी जनपद महराजगंज

पेपर आउट कराने वाला दलाल

अमित यादव उर्फ बाबू कुमार साहब निवासी न्यू बस्ती सोहबतियाबाग पुत्र मौजी यादव

कैंडिडेट प्रोवाइडर

राजेन्द्र कुमार यादव पुत्र राममूर्ति यादव, निवासी जार्जटाउन मूल निवासी मऊआइमा मोबाइल एवं सिम प्रोवाइडर

विनोद कुमार साह पुत्र कन्हैया प्रसाद साह, निवासी राजापुर मूल निवासी जनपद मऊ, सॉल्वर

राजेश मिश्रा पुत्र दुर्गा प्रसाद मिश्रा, तिलकनगर अल्लापुर, प्रयागराज

सॉल्वर

बरामदगी

180

हैंडसेट

220

प्री एक्टिवेटेड सिम

01

ब्लूटूथ स्पीकर डिवाइस

01

इनोवा क्रिस्टा कार

01

टाटा मांजा कार

02 मोटरसाइकिल

4,11000

रुपये नगद

16,56,338

सूबे में कुल अभ्यर्थियों की संख्या

10,83,016

ने प्राथमिक के लिए किया था आवेदन

57,3322

ने उच्च प्राथमिक के लिए किया था आवेदन

1,43,786

अफसर-कर्मचारी लगे थे परीक्षा सफल बनाने के लिए

हमने सरगना समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। ये पेपर लीक कर पाने में सफल नहीं हो पाये थे। जेल भेजने से पहले हम इनका बैकग्राउंड खंगालने में लगे हैं। प्रत्येक अभ्यर्थी से पांच-पांच रुपये लिया जाना इन लोगों ने कुबूल किया है।

नवेन्दु ंिसह

सीओ, एसटीएफ, प्रयागराज युनिट

पेपर लीक कराने में पूरी टीम लगी थी। हमारे जिम्मे पेपर की फोटो क्लिक करके ह्वाट्सएप पर भेजना था। हम सेटिंग वाले अभ्यर्थियों के पास सवालों का जवाब पहुंचा पाते इसके पहले ही गिरफ्तार कर लिये गये।

चन्द्रमा सिंह यादव

प्रबंधक, पंचम लाल आश्रम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, धूमनगंज