-लॉकडाउन 3 में भी पैदल वर्कर्स का आना जारी

-अब लोग पास के लिए कलेक्ट्रेट में हो रहे परेशान

बरेली-लॉकडाउन 3 स्टार्ट हो गया है। सरकार लोगों को स्पेशल ट्रेन व बसों के जरिए उन्हें उनके घर सुरक्षित पहुंचा रही है लेकिन इसके बावजूद लोग किसी भी तरह अपने घर पहुंचने के लिए बेताब हो रहे हैं। कुछ लोग तो सैकड़ों किलोमीटर पैदल राज्यों व जिलों का बार्डर क्रास कर अपने घर पहुंच रहे हैं तो कई सरकारी पास बनवाने के लिए कलेक्ट्रेट में पास बनवाने के लिए परेशान हो रहे हैं ताकि पास लेकर बार्डर क्रास कर अपने घर पहुंच जाएं।

छिपकर भी पहुंच रहे

जिलों के बार्डर पर रोजाना लोग पैदल या किसी वाहन में छिपकर पहुंच रहे हैं। इसको लेकर जिलों की पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी एक-दूसरे पर लोगों को भेजने के भी आरोप लगाने लगे हैं। दो दिन पहले रामपुर में मिनी ट्रक में पकड़े गए वर्कर्स को बरेली से चोरी छिपे भेजने का आरोप लगा था। जबकि जिलों को वर्कर्स को रोककर क्वारंटाइन करने और उनके रहने खाने के इंतजाम करने के सख्त निर्देश दिए हैं। उन्हें इसके लिए बजट भी दिया गया है।

शेल्टर होम में ठहराया

ट्यूजडे को मीरगंज बार्डर पर 120 वर्कर्स पैदल पहुंचे, जिन्हें शेल्टर होम में ठहराया जा रहा है। इसी तरह से 60 वर्कर्स बरेली बार्डर के शाहजहांपुर जिले में पहुंच गए, जिन्हें वहां के शेल्टर होम में क्वारंटाइन कर दिया गया है। इसके अलावा कुछ तो चोरी छिपे निकल भी जा रहे हैं और उन्हें रोका भी नहीं जा रहा है। जिन वर्कर्स को रोके जाने का डर होता है तो वह रात के अंधेरे में निकल रहे हैं। वहीं नेपाल के लोगों को बार्डर पर रोककर क्वारंटाइन किया जा रहा है। बरेली में 9 नेपाली लोगों को क्वारंटाइन किया गया था, जिन्हें भी उनके जिले से संबंधित बार्डर पर रोका जाएगा।

पास के जिए जद्दोजहद

सरकार ने ई-पास का सिस्टम जारी किया है लेकिन इसके बावजूद भी मैनुअली पास के लिए कलेक्ट्रेट में रोजाना भीड़ लग रही है। लॉकडाउन 3 में लोगों की भीड़ अब ज्यादा ही बढ़ने लगी है। ट्यूजडे को सुबह से ही कलेक्ट्रेट गेट पर काफी लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोग सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना भूल गए। अंदर न जाने से लोग नाराज हो गए। यहां पर एसीएम थर्ड पास जारी कर रहे हैं। जब लोगों की नाराजगी बढ़ गई तो फिर गेट के बाहर पुलिस ने लोगों को लाइन में खड़ा कर सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराया।