-राष्ट्रीय शिल्प मेले में डॉ। कुमार विश्वास ने बिखेरे कविता के रंग

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PRAYAGRAJ: देश के विभिन्न प्रदेशों की कला और संस्कृति की झलक के बीच सोमवार की शाम फेमस कवि डॉ। कुमार विश्वास के रचनाओं के नाम रही। डॉ। कुमार विश्वास को सुनने के लिए एनसीजेडसीसी में समय से पहले ही लोग पहुंचने लगे थे। डॉ। कुमार विश्वास के मंच पर पहुंचते ही लोगों ने तालियां बजाकर उनका वेलकम किया। इसके बाद शुरु हुई सुरों और कविताओं की जुगलबंदी, जो देर शाम तक ठंड के बीच खुशबू और मिठास बिखेरती रही।

श्रृंगार से लेकर देश प्रेम का रंग

इस दौरान डॉ। कुमार विश्वास ने सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, हरिवंश राय बच्चन, महादेवी वर्मा, नागार्जुन, धर्मवीर भारती जैसे महान रचनाकारों की युग कालिक रचनाओं का काव्यपाठ करके उन्हें तर्पण दिया। श्रोताओं ने भी तालियां बजाकर अपने प्रेम और समर्पण का इजहार किया। इस दौरान बड़ी संख्या में युवा उमड़े हुए थे। यूथ की डिमांड पर कुमार विश्वास ने 'कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है' का काव्यपाठ किया। कार्यक्रम में डॉ। विश्वास ने कई मुद्दों पर चुटकियां भी लीं।