साउथ कोरिया में फैला मर्स वायरस

साउथ कोरिया में जानलेवा वायरस मर्स के फैलने के बाद से अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है. सरकार ने सुरक्षा के लिहाज से 700 स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है. मर्स वायरस से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़कर अब 35 पहुंच गई है. इसके साथ ही 1369 लोगों में संदिग्ध लक्षण देखे जाने के बाद आम लोगों से अलग रखा गया है. मामले की गंभीरता इस बात से पता चलती है कि अब तक इस वायरस का कोई तोड़ नहीं खोजा गया है.

कतर से आया है वायरस

मर्स नाम का इस वायरस को पहली बार सऊदी अरब से लौटे एक व्यक्ति में पाया गया था. यह व्यक्ति बहरीन, यूएई, कतर औरर सऊदी अरब से होते हुए साउथ कोरिया पहुंचा था. WHO की रिपोर्ट के अनुसार इस व्यक्ति में सफर के दौरान किसी प्रकार की बीमारी नहीं देखी गई थी. लेकिन इस वायरस के साउथ कोरिया में फैलने से दुनियाभर की मेडिकल एजेंसियां चिंतित हैं क्योंकि यह देश अपनी मॉर्डन हेल्थकेयर फैसिलिटीज के लिए चर्चित है.

आखिर क्या है वायरस

मर्स का पूरा नाम मिडिल ईस्ट रेस्पायरेटरी सिंड्रोम है जिसके बारे में सबसे पहले साल 2012 में पता चला था. ओमान, अल्जीरिया और मलेशिया में इस वायरस से कुछ लोग मौत के शिकार हुए हैं. लेकिन साउथ कोरिया पहला ऐसा देश है जो इस वायरस का शिकार हुआ है. यह वायरस मिडिल ईस्ट में रहने वाले ऊंटों में पाया जाता है और जो लोग ऊंटों से निकलने वाले दूध, वेस्ट और फ्लूइड के संपर्क में आते हैं वे इस वायरस के शिकार हो सकते हैं. साउथ कोरिया में इस वायरस से मरने वाले दोनों लोगों में हैवी अस्थमा और प्लमनरी डिसीज की पुष्टि की गई है.

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