सिओल (रॉयटर्स)। सिओल की एक अदालत ने भ्रष्टाचार मामले में दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति ली म्युंग-बाक को 15 साल जेल की सजा सुनाई है। ली म्युंग-बाक, 2008-2013 तक दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति रहे हैं। बता दें कि ली, दक्षिण कोरिया के चौथे ऐसे राष्ट्रपति बन गए हैं, जिन्हें भ्रष्टाचार के मामले में अदालत ने सजा सुनाई है। इससे पहले, साउथ कोरिया की पूर्व राष्ट्रपति पार्क गेयन ह्ये को भ्रष्टाचार के मामले में सजा हुई थी। ली म्युंग-बाक पर आरोप था कि उन्होंने सैमसंग जैसी बड़ी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए अरबों रुपये का रिश्वत लिया था। इस रिश्वत के चलते उन्हें देश में काफी विवादों का सामना करना पड़ा था।

मून ने जानबूझ कर फंसाया
सिओल की अदालत ने ली को 21.77 मिलियन डॉलर के घोटाले में दोषी पाया और उन्हें 15 साल जेल की सजा सुनाई और उनपर करीब 9 मिलियन डॉलर का फाइन लगाया। सजा सुनाने वाले जज ने कहा कि देश के राष्ट्रपति द्वारा ऐसी हरकत बर्दाश्त के बाहर है, ऐसे घिनौने कार्य अधिकारियों के विश्वास को ठेंस पहुंचाते हैं। हालांकि, इस मामले में 75 वर्षीय ली का कहना है कि उन्होंने कोई गलती नहीं की है और उन्हें मून जे-इन(दक्षिण कोरिया के वर्तमान राष्ट्रपति) ने जानबूझ कर भ्रष्टाचार मामले में फंसाया है।

दक्षिण कोरिया का दावा, उत्तर कोरिया के पास करीब 20-60 परमाणु हथियार


उत्तर और दक्षिण कोरिया अगले महीने एक बार फिर शिखर बैठक के लिए तैयार

International News inextlive from World News Desk