सपा छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने किया जबर्दस्त विरोध

कांग्रेसियों ने भी सीएम के इस्तीफे की मांग की

ALLAHABAD: गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पांच दर्जन बच्चों की मौत के मामले में सीएम से ज्यादा प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह विपक्षी दलों के निशाने पर हैं। गोरखपुर की घटना के विरोध में रविवार को स्वास्थ्य मंत्री के राजापुर आवास पर अंडा और टमाटर फेंकने वाले समाजवादी छात्र सभा के सदस्यों ने सोमवार को उन्हें काला झंडा दिखाया। अलग बात है कि इस चक्कर में उन्हें गिरफ्तार होना पड़ गया। कांग्रेसियों ने भी कंपनी बाग में मौन धरना देकर गोरखपुर की घटना का विरोध किया और लापरवाही की जिम्मेदारी स्वीकारने के स्थान पर बच्चों की मौत को रुटीन घटनाक्रम बताने पर सीएम से इस्तीफा देने की मांग की।

हिरासत में लिए गए पांच छात्र

कड़ी सुरक्षा और पुलिसकर्मियों की तैनाती के बाद भी रविवार को स्वास्थ्य मंत्री के इलाहाबाद पहुंचने पर उनके काफिले के सामने सपा कार्यकर्ताओं ने काला झंडा दिखाकर विरोध जताया। पुलिस ने उन्हें रोकने का भरसक प्रयास किया लेकिन नाकाम रहे। इसके बाद पाचों को हिरासत में ले लिया गया। हिरासत में लिए जाने के बाद भी समाजवादी पार्टी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने गोरखपुर कांड को लेकर स्वास्थ्य मंत्री के बयान के विरोध में उनके इस्तीफे की मांग की।

50-50 लाख रुपया दें मुआवजा

जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखर आजाद पार्क में मौन धरना देकर प्रदेश सरकार पर हमला बोला। पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह ने घटना के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार मानते हुए मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता किशोर वाष्र्णेय ने कहा कि भाजपा सरकार के पास विधायकों को खरीदने के लिए पैसा है, लेकिन ऑक्सीजन के लिए पैसा नहीं है। कांग्रेस पदाधिकारियों ने मृत बच्चों के परिजनों को 50 लाख रुपया मुआवजा दिए जाने की मांग की। इस अवसर पर फुजैल हाशमी, हरिकेश त्रिपाठी, शमीम आलम, अजय श्रीवास्तव, डा। वीके दीक्षित, तारिक सईद, इरशाद उल्ला, संतोष मिश्रा, संता प्रसाद पांडेय आदि मौजूद रहे।