आई एक्सक्लूसिव

- बकाया वसूली के साथ बिजली चोरी रोकने का भी लक्ष्य

- पीवीवीएनएल चेयरमैन के आदेश पर उठाया कदम

मेरठ। बिजली विभाग बकाया वसूली के मामले में किसी प्रकार की नरमी बरतने को तैयार नहीं है। यहीं कारण है इस बार वसूली को लेकर ज्यादा सक्रिय है। वसूली और बिजली चोरी रोकने के लिए विभाग ने एक विशेष टीम तैयार की है। यह टीम बकायदारों से वसूली करेगी और साथ ही बिजली चोरी रोकने का काम भी करेगी।

241 करोड़ का लक्ष्य

बिजली विभाग ने इस बार मेरठ से वसूली का लक्ष्य 241 करोड़ रुपये रखा है। इसमें से 56 करोड़ रुपये की ही वसूली अब तक हो पाई है। सात महीने में विभाग को करीब 200 करोड़ रुपये की वसूली करनी है।

100 करोड़ बकाया

बिजली विभाग का इस समय 500 से अधिक बकायदारों पर 100 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है। जिसको वसूलने के लिए विभाग को ऐड़ी चोटी तक के जोर लगाने पड़ रहें हैं। विभाग ने इसने वसूली के लिए चौराहों पर नाम चस्पा से लेकर बिजली काटने तक कार्रवाई की। उसके बाद भी केवल करीब दो करोड़ रुपये ही बकाएदारों ने जमा किए।

लक्ष्य से अधिक वसूली करो

दस दिन पहले यूपी पावर कारपोरेशन के चेयरमैन मेरठ आए थे। मेरठ आए चेयरमैन ने अधिकारियों से साफ कहा कि इस बार लक्ष्य से अधिक वसूली की जाए।

बकाया वसूली और बिजली चोरी रोकने के लिए विजीलेंस और बिजली विभाग के अधिकारियों की एक टीम तैयार की है। यह केवल बकाया वसूली और बिजली चोरी रोकने पर फोकस करेंगे।

भागवत यादव, चीफ इंजीनियर बिजली विभाग