24 घंटे में कई बार पुराने डिब्बों से चलाई जाएंगी ट्रेन

हब एंड स्पोक मॉडल के तहत जल्द जुड़ेंगे छोटे स्टेशन

मुम्बई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन की तर्ज पर जल्द ही बनारस में लोकल ट्रेंस दौड़ेंगी। वाराणसी जंक्शन, मंडुवाडीह स्टेशन और वाराणसी सिटी से करीब 30 किमी के दायरे में आने वाले छोटे स्टेशनों से स्पेशल ट्रेन चलाई जाएंगी जो तीन से चार डिब्बों वाली होंगी। स्पेशल ट्रेन 24 घंटे में कई बार अप एंड डाउन करेंगी। इसका फायदा शहर के आसपास रहने वाले व्यापारी, नौकरीपेशा, छात्र और वर्कर्स को मिलेगा। शहर की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए हब एंड स्पोक मॉडल के तहत स्पेशल ट्रेंस चलाने की तैयारी चल रही है। उम्मीद है कि नये साल के पहले महीने में यह सेवा शुरू हो जाएगी।

तीन से चार होंगी बोगी

-वाराणसी से करीब 30 किमी तक के दायरे में रहने वाले व्यापारी, नौकरीपेशा, छात्र, वर्कर आदि लोग 24 घंटे में बिना किसी परेशानी के कई बार शहर आ और जा सकते हैं।

-वाराणसी मंडल के दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों से होकर छोटे स्टेशनों तक कई ऐसी रेलवे लाइन हैं, जहां 24 घंटे में एक पैसेंजर ट्रेन ही चलती है।

-परिवहन के अन्य संसाधन कम होने से रोजगार के लिए शहर नहीं आ पाते हैं। खासकर व्यापारी और छात्रों को ज्यादा परेशानी होती है।

-ऐसे लोग प्रस्तावित हब एंड स्पोक मॉडल ट्रेन से शहर तक पहुंच जाएंगे। यानी ऐसे छोटे स्टेशन, जहां से ट्रेन सेवा आसानी से उपलब्ध हो।

-रेलवे का मानना है कि इस योजना से दूर दराज के लोगों को काफी राहत मिलेगी।

-तीन से चार बोगी की ट्रेनों को राइट टाइम चलाया जाएगा, जो सभी स्टेशन व बीच पड़ने वाले छोटे स्टेशनों पर रुकेगी।

पुराने डिब्बों का होगा इस्तेमाल

वाराणसी मंडल रेलवे यह सेवा सामाजिक दायित्व के तहत शुरू करने की तैयार कर रहा है। इस पर अतिरिक्त कोच नहीं मंगाने होंगे। ट्रेनों के पुराने डिब्बों को मरम्मत कर यह सेवा शुरू की जाएगी। वाराणसी रेल मंडल से उपेक्षित रेल मागरें में भुल्लनपुर, हरदत्तपुर, राजातालाब, कछवां, औराई तक ट्रेनें चलेंगी। इस तरह चौखंडी, कपसेठी, चौरी से सुबह चलने वाली ट्रेन शाम को लौटकर आएगी।

30

स्टेशन तक पहुंचेंगी स्पेशल ट्रेंस

30

किलोमीटर के दायरे में होगा संचालन

24 घंटे मिलेगी पैसेंजर्स को सेवा

50

हजार से अधिक लोग आसपास के इलाकों से हर रोज आते हैं शहर में

पब्लिक ट्रांसपोर्ट न होने के कारण वाराणसी से सटे दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले लोग शहर नहीं आ पाते हैं, जिससे उनका विकास बाधित हो रहा है। इसी को ध्यान में रखकर वाराणसी समेत अन्य रेल मंडल में उपेक्षित रेल मार्गो और स्टेशन तक स्पेशल ट्रेन चलाने की तैयारी चल रही है।

-महेश गुप्ता, पीआरओ