- ट्रेन से लेकर प्लेटफॉर्म तक मिलेगी चिकित्सा सुविधा

- रेलवे बोर्ड ने किया इंतजाम, नहीं परेशान होगा बीमार

GORAKHPUR: यात्रा के दौरान ट्रेन में बीमार पड़ने वाले यात्रियों को चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी। मरीजों की सहूलियत के लिए ट्रेनों, रेलवे स्टेशनों पर विशेष व्यवस्था की जाएगी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इससे अचानक बीमार पड़े मरीजों को समय से उपचार मिल जाएगा। मरीजों की जान जोखिम में नहीं पड़ेगी। दैनिक जागरण - आई नेक्स्ट ने मई के अंक में इस समस्या से संबंधित समाचार प्रकाशित किया था।

केस एक

14 जून 2018: जम्मू से वाया गोरखपुर जा रही अमरनाथ ट्रेन में बुधवार को महिला यात्री की तबियत बिगड़ गई। लक्सर स्टेशन के पास यात्री की तबियत खराब होने पर डॉक्टर को कॉल किया गया। आनंद विहार से मुजफ्फरपुर में गरीब रथ में सवार एक बालक की तबियत बिगड़ गई थी।

केस दो

12 मार्च 2018: कुशीनगर एक्सप्रेस से गोरखपुर आ रहे यात्री नरसिंह पांडेय की तबियत खराब हो गई थी। दो अन्य यात्रियों के बीमार होने पर रेलवे के डॉक्टरों ने उपचार किया था।

सुप्रीम कोर्ट ने दिया था आदेश

रेलवे से जुड़े लोगों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने ट्रेनों में इमरजेंसी मेडिकल सेवाएं उपलब्ध कराने की निगरानी के लिए एम्स की एक समिति गठित की थी। समिति की रिपोर्ट के आधार पर रेलवे मेडिकल सेवाओं की सुविधा देगा। तीन-चार लाख रुपए कीमत वाले ऑक्सीजन डीब्रिलैटर को छोड़कर अन्य सभी चिकित्सा आपूर्ति की जाएगी। किसी यात्री के अचानक बीमार होने की सूचना पर डॉक्टर संबंधित ट्रेन, कोच या ईएमआर में मौजूद रहेंगे। जबकि स्टेशन पर यह सुविधा 24 घंटे दी जाएगी। स्टेशन पर फोल्डिंग स्ट्रेचर भी उपलब्ध कराया जाएगा। ट्रेनों में नए मेडिकल बॉक्स भी दिए जा रहे हैं।

टीटी, गार्ड और स्टेशन मास्टर होंगे ट्रेंड

रेलवे से जुड़े लोगों का कहना है कि ट्रेन में सफर कर रहे डॉक्टरों की मदद लेने के साथ आवश्यकता पड़ने पर नजदीकी स्टेशन में आपात देखभाल की सुविधा दी जाएगी। फिलहाल 162 रेलगाडि़यों में नए वाले मेडिकल बॉक्स भी दिए गए हैं। फ‌र्स्ट एड बॉक्स में 58 तरह की दवाईयां, फ‌र्स्ट एड से जुड़ी हर तरह की चीजों को मुहैया कराया गया है। इस व्यवस्था में रेलवे अस्पतालों को भी जोड़ दिया गया है। ट्रेन में पैसेंजर्स के बीमार पड़ने पर मदद देने के लिए टीटी, गार्ड और स्टेशन मास्टर को ट्रेंड किया जा रहा है।

सादे कपड़ों में की जाएगी निगरानी

ट्रेन में यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं की निगरानी करने के लिए रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी सादे कपड़ों में तैनात किए जाएंगे। ये अधिकारी ट्रेन में मिलने वाली सभी सुविधाओं की निगरानी करेंगे। यात्री बनकर पैसेंजर के बीच मौजूद रहने वाले कर्मचारी सभी सेवाओं की रेटिंग भी करेंगे। रेलवे इनको मिस्ट्री शॉपर कहेगा। यह लोग ट्रेन में मिलने वाले भोजन, स्टाफ के कार्य व्यवहार, ट्रेन और स्टेशन की गुणवत्ता पर नजर रखेंगे।

ये दी जाएंगी सुविधाएं

डिलेवरी से संबंधित प्रसव किट

ऑक्सीजन सिलेंडर

लैरिंगोस्कोप्स, टैबलेट

कैथिटर सिरिंज

गोलियां, मरहम पट्टियां और अन्य दवाएं