चैंगजियांग टाइम्स के अनुसार शंघाई का रेंजी अस्पताल उन बहुत से केंद्रों में से एक है जो शुक्राणु दानदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए ऐप्पल के ताज़ा आईफ़ोन 6एस के आकर्षण का इस्तेमाल कर रहा है।

अख़बार के अनुसार अस्पताल ने एक ऑनलाइन पोस्ट में कहा, "अपने गुर्दे बेचने की कोई ज़रूरत नहीं है - आप आसानी से 6एस हासिल कर सकते हैं।"

इस पोस्ट के पीछे संदर्भ उन ख़बरों का था जिनके अनुसार कुछ लोगों ने आईफ़ोन और आईपैड ख़रीदने के लिए अपने शरीर के अंग बेच डाले हैं।

रचनात्मक प्रयास

शुक्राणु दो,आईफ़ोन लो

आईफ़ोन की कई तस्वीरों के नीचे अस्पताल ने लिखा है कि अगर कोई आदमी संपूर्ण स्वास्थ्य जांच पूरी कर लेता है और फिर नियमित रूप से शुक्राणु दान करता है तो उसे 6000 युआन (62,093 रुपये से ज़्यादा) दिए जाएंगे।

यह एक नया फ़ोन ख़रीदने के लिए पर्याप्त रक़म है।

चीनी उपभोक्ताओं का ऐप्पल उत्पादों के प्रति प्रेम जग ज़ाहिर है। इससे पहले 2012 में आए आईफ़ोन के एक नए मॉडल की बिक्री सुरक्षा कारणों से रोकनी पड़ी थी।

तब बीजिंग के एक स्टॉकिस्ट के नज़दीक 2,000 लोगों के इकट्ठे होने के बाद वहां दंगे की स्थिति बन गई थी।

ऐप्पल के नए उत्पाद को शुक्राणुदाताओं को आकर्षित करने के लिए इस्तेमाल किए जाने को लेकर चीनी सोशल मीडिया में काफ़ी मज़े लिए जा रहे हैं।

शुक्राणु दो,आईफ़ोन लो

सोशल नेटवर्क साइना वीबो में एक यूज़र ने लिखा, "मुझे समझ नहीं आ रहा कि इसे गंभीरतापूर्वक लूं या नहीं!"

एक अन्य ने लिखा, "यह बहुत शानदार है! मुझे उम्मीद है कि जिन्होंने अपनी किडनियां बेची हैं वह इसे देख पाते।"

नेटईज़ न्यूज़ पोर्टल पर टिप्पणी लिखने वाले एक व्यक्ति को इसमें कुछ भी बुरा नहीं लगा बल्कि उन्होंने इसे स्पर्म बैंकों का 'बेहद रचनात्मक' प्रयास बताया।

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