विश्वनाथ आनंद
शतरंज की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले शतरंज के खिलाड़ी विश्वनाथ आनंद का कोई जोड़ नहीं है। वह शतरंज चैपियनशिप में 5 बार के विश्वविजेता हैं। इस दिमागी खेल यानी कि शतरंज की दुनिया में विश्वनाथ आनंद का सामना करने में बड़े से बड़े खिलाड़ी कांपते हैं। विश्वनाथन आनंद 1988 में भारत के ग्रांडमास्टर बने। इसके बाद फीडे विश्व शतरंज चैंपियनशिप सन 2000 में वह विश्वविजेता बन गए. इस प्रतियोगिता में अलेक्सई शिरोव हराकर आनंद भारत के पहले विजेता के रूप में उभरे. आनंद ने ऐसे एक नहीं कई प्रतियोगिता जीती हैं.जिससे देश की ओर से इन्हें कई सम्मान दिए गए. वह भारत के द्वितीय सबसे श्रेष्ठ नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किए जा चुके हैं। इस पुरस्कार को पाने वाले वह देश के पहले खिलाड़ी रहें। बेहतर खेल प्रदर्शन और देश को एक बड़ी पहचान दिलाने के लिए इन्हें राजीव गांधी खेल रत्न से भी सम्मानित किया जा चुका हैं।
सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर क्रिकेट की दुनिया में एक जाने माने खिलाड़ी हैं। कपिल देव के बाद सचिन तेंदुलकर का नाम काफी मशहूर हुआ। 1989 में क्रिकेट की दुनिया में कदम रखने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने बल्ले के कमाल से देश को विश्वस्तर पर बड़ी पहचान दिलाई। 24 अप्रैल, 1998 को कोका कोला कप के फाइनल मुकाबले में सचिन ने बेहतर प्रदर्शन किया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सचिन तेंदुलकर ने कुल 134 रन बनाए थे. जिससे सचिन की इस शानदार पारी से भारत ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराने में कामयाब हो गया था. सचिन को अब तक कई सारे सम्मान मिल चुके हैं. सबसे खास बात तो यह है कि भारत के पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जो सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किए गए हैं। इसके अलावा सचिन को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार और पद्म विभूषण से भी पुरस्कृत किया जा चुका है.
लिएंडर पेस
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