- स्पो‌र्ट्स मिनिस्टर ने कहा-खेल बिल वापस लिया जाएगा

-खेल बिल वापस होने के बाद आईओसी को काई आपत्ति नहीं

PATNA: बिहार के प्लेयर्स पर इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की ओर से लगाया गया बैन वापस ले लिया गया है। अब बिहार के प्लेयर्स को फ्क् जनवरी से केरल में आयोजित होने वाले नेशनल गेम में खेलने की बाधा दूर हो गई है। शुक्रवार को हुए नई दिल्ली में बिहार के कला संस्कृति, युवा एवं खेल मिनिस्टर विनय बिहारी और इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव और बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय तिवारी की एक मीटिंग की गई। इसमें यह तय किया गया कि बिहार के खिलाडि़यों पर से खेलने का बैन हटा लिया जाएगा। इस बारे में मीटिंग के बाद मिनिस्टर विनय बिहारी ने प्रेस से बात करते हुए कहा कि खेल बिल वापस लिया जाएगा। वे बिहार के प्लेयर्स के लिए किसी प्रकार का समझौता नहीं करेंगे।

मंत्रीजी ने स्वीकार किया कि

मंत्रीजी विनय बिहारी के बोल दिल्ली में बिल्कुल बदले-बदले हुए थे। जहां वे पहले कह चुके थे कि 'ठीक है, इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के द्वारा तीन बार लेटर भेजने से क्या होता है, वे खुद आकर क्यों नहीं मिलते हैं.' लेकिन जब लगा कि माहौल बिगड़ रहा है, तो उन्होंने नई दिल्ली जाकर इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के सेक्रेट्री जेनरल राजीव मेहता व अन्य मेंबर्स से बातचीत की। उन्होंने स्वीकार किया कि किसी प्रदेश में खेल के लिए अलग से रूल नहीं बना सकती है। खेल बिल को वापस लिया जाएगा।

'प्लेयर्स के साथ कोई परेशानी नहीं'

इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के सेक्रेट्री जेनरल राजीव मेहता ने कहा कि हमारा बिहार के प्लेयर्स के साथ कोई परेशानी नहीं है। लेकिन ओलंपिक चार्टर का भी पालन होना चाहिए। अगर जब खेल बिल को वापस लिया जा रहा है, तो अब कोई बात नहीं रह जाती है जिसके कारण प्लेयर्स को खेलने से रोका जाए। वहीं, बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि हम बिहार के प्लेयर्स के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। वैसे भी ओलंपिक एसोसिएशन बिहार के खिलाडि़यों को खेलने की सुविधा तो देता नहीें तो बैन लगाने का क्या अर्थ था।