गुडवर्क दिखाने के चक्कर में गिरफ्तार लोगों के साथ सटकर खिंचवाई थी फोटो, एसओ मऊआइमा पर गिरी गाज

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गुडवर्क दिखाने के चक्कर में 'क्लोज' फोटो शूट कराना इंस्पेक्टर झूंसी को भारी पड़ गया है। सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन न करने पर एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने उन्हें लाइन हाजिर कर दिया है। उधर, एसओ मऊआइमा को भी चार्ज से आउट करके पुलिस लाइन भेज दिया गया है। उनके खिलाफ कार्रवाई भाजपा नेता की शिकायत पर कार्रवाई न करने के चलते की गयी है।

जुआ खेलते हुए पकड़े गये थे

लॉक डाउन के समय में खाली बैठे लोग जुआ खेलने में व्यस्त हैं। फड़ें सज रही हैं और जुआरी पूरे दिन इसमें इनवाल्व रहते हैं। इसी सूचना पर शनिवार को झूंसी पुलिस ने दुर्जनपुर गांव में छापा मारकर एक मकान में जुआ खेल रहे 12 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस टीम ने इस गुडवर्क का क्लोज फोटो क्लिक करवाया था। यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। सोशल डिस्टेंस मेंटेन न किये जाने को लेकर पुलिस की आलोचना होने लगी थी। यह सूचना पुलिस कप्तान तक पहुंची तो वे इसे लेकर सीरियस हो गये। कप्तान ने संडे नाइट उन्हें लाइन हाजिर कर दिया। बता दें कि इलाके में हो रहे जुए में पुलिस की मिलीभगत की भी शिकायत एसओजी ने कप्तान से की थी।

सात दिन तक थाने में बैठाये रहे

कप्तान ने इसके साथ ही एसओ मऊआइमा को भी लाइन हाजिर कर दिया। एक्चुअली आठ मार्च को एरिया के मदारी गांव में भाजपा नेता युवराज सिंह के भाई पर घर के भीतर हमला हुआ था। गंभीर अवस्था में उन्हें लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां उन्होंने दम तोड़ दिया था। मामले में तीन नामजद आरोपितों को थाना प्रभारी हफ्ते भर से थाने में बैठाए थे। मृतक के परिवार के लोगों का आरोप था कि वही कातिल हैं। इसकी शिकायत मिलने पर एसएसपी ने सीओ से जांच कराई तो सच्चाई मिली। इसी के आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गयी है।