- चौकी से लेकर थाने में तैनात दरोगाओं का चल रहा इंटरव्यू

- करेक्टर से लेकर वर्क स्टाइल की हो रही लिखित मॉनीटरिंग

GORAKHPUR: दरोगाओं का इंटरव्यू। थोड़ा चौंकाने वाला है, लेकिन सच है। यह इंटरव्यू किसी प्रमोशन के लिए नहीं बल्कि क्राइम कंट्रोल और थानेदारी की दावेदारी के लिए चल रहा है। करीब पचास से ज्यादा सब इंस्पेक्टर इस लिस्ट में सालेक्ट किए गए हैं। एसएसपी की क्लास में उनके हर पहलू पर सवाल किए जा रहे हैं। इसमें बकायदा दरोगा कप्तान के सामने पेश होते हैं और निश्चित टाइम तक उनसे रिकार्ड के आधार पर जानकारी की जाती है।

डीआईजी ने किया रेकमंड

गोरखपुर में बिगड़ी क्राइम व्यवस्था को देखते हुए आला अफसरों ने निजाम बदलने का फैसला किया है। इस स्कीम के तहत सिटी और रूरल के कई थाने में फेरबदल करने की तैयारी चल रही है। इसी के तहत ही डीआईजी ने थानेदारी की दावेदारी करने वाले करीब भ्0-म्0 दरोगाओं को रेकमंड किया है। रेकमंड सब इंस्पेक्टर का एसएसपी बारी-बारी से इंटरव्यू ले रहे हैं और उनके वर्किग स्टाइल की भी मॉनीटरिंग की जा रही है।

सवाल और रिकार्ड दोनों पर नजर

ऐसा नहीं है कि इंटरव्यू केवल सामान्य है और परिचय तक सीमित है। इंटरव्यू में बारी-बारी से सब इंस्पेक्टर को कॉल किया जाता है। उनसे क्राइम कंट्रोल के संबंध में सवाल किए जाते हैं। सवाल के साथ उनके रिकार्ड को भी देखा जाता है, जिसकी एक कॉपी एसएसपी की सीट पर होती है। उस कॉपी में एसएसपी इंटरव्यू के दौरान मार्क भी करते हैं। वर्किग एक्सपीरियंस के साथ वर्किग स्टाइल पर भी नोटिस किया जाता है।

निजाम बदलने की तैयारी

पुलिस महकमे में दरोगाओं के इंटरव्यू की चर्चा जोरों पर शुरू हो गई। भ्0 से ज्यादा दरोगाओं को सलेक्ट कर उसमें काबिल को चुना जाएगा और हो सकता है कि उन्हें न केवल थाने बल्कि महत्वपूर्ण चौकियों का भी प्रभार दिया जाए। इंटरव्यू में एक बात का खास ध्यान रखा गया है कि जिन दरोगाओं पर कोई दाग लगा है उन्हें इस लिस्ट में नहीं रखा गया है।